इस महीने की 21 तारीख को हज (Haj 2023) का पहला फेज शुरू होने जा रहा है। इस बार मेहरम पुरुषों के बिना बड़ी संख्या में महिलाएं हज के लिए जारी रही हैं। ऐसे में उन्हें खास ट्रेनिंग दी जा रही है। 2018-2022 में मेहरम के बिना हज की शुरुआत की गई थी और इस बार इसके तहत हज के लिए जाने वाली महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इस बार हज यात्रा के लिए कई बड़े बदलाव किए गए हैं। आइए जानते हैं वो क्या हैं-

  • हज के लिए दिल्ली में चलाए जा रहे ट्रेनिंग सेशन के दौरान लोगों को इरहम (हज के दौरान पहने जाने वाले कपड़े) और तवाफ (काबा की परिक्रमा करना) को लेकर जरूरी बातें बताई जा रही हैं। हज के लिए जाने वालों में कई ऐसी महिलाएं हैं जो पहली बार हज के लिए जा रही हैं। तो ऐसे में उन्हें हर तरह से ट्रेनिंग दी जा रही हैं। ट्रेनिंग में शामिल एक 70 साल की महिला अफरोज खलील ने बताया कि वह अपने पति के साथ हज के लिए जाना चाहती थीं, लेकिन 13 साल पहले उनका इंतेकाल हो गया। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग में उन्हें कुछ फोन नंबर भी दिए गए हैं, ताकि जरूरत हो तो वे वहां से मदद ले सकते हैं।
  • भारत की हज पॉलिसी के मुताबिक, 45 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं समूह में पुरुष महरम के बिना हज के लिए जा सकती हैं, लेकिन 2023 की नीति में बदलाव किया गया है। अब अकेली महिला भी हज के लिए आवेदन कर सकती है और बाद में कमिटी द्वारा उसको अन्य महिलाओं के साथ समूह में शामिल कर दिया जाएगा।
  • दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां के मुताबिक, हज यात्रा के दौरान एक तीर्थयात्री का 3 से साढ़े तीन लाख रुपये तक का खर्च आता है। इस साल की नई हज पॉलिसी में यात्रियों से आवेदन शुक्ल नहीं लिया जा रहा है। एक आवेदन के लिए करीब 2100 सऊदी रियाल जमा करने पड़ते हैं, जिसकी कीमत साढ़े 45 हजार रुपये से भी ज्यादा है। हज कमेटी ने इसे माफ कर दिया है।
  • सऊदी अरब ने हज के लिए आने वालों के लिए एडवाइजरी कर कोविड-19 वैक्सीन की दो डोज के साथ बूस्टर डोज भी जरूरी कर दी है। सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया कि जिन्होंने अभी तक डोज नहीं ली हैं वह हज यात्रा से 10 दिन पहले डोज अवश्य ले लें।
  • ट्रेनिंग सेशंस में उन्हें फिजिकल फिटनेस की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। सऊदी अरब का एरिया काफी ड्राई है और हज यात्रा के दौरान उन्हें काफी चलना पड़ता है इसलिए फिटनेस की ट्रेनिंग दी जा रही है। राजधानी के रामलीला मैदान में हज कैंप लगाया जाएगा, जहां से यात्री हज के लिए रवाना होंगे।
  • कौसर जहां ने कहा कि उत्तरी भारत के हज यात्रियों के लिए दिल्ली सबसे बड़ा केंद्र है, जहां से 21 मई को करीब साढ़े चार हजार यात्री हज के लिए रवाना होंगे। सात राज्यों- बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के तीर्थयात्री 21 मई से दिल्ली से तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होंगे।
  • सऊदी अरब ने इस साल की शुरुआत में पश्चिमी देशों के मुसलमानों को हज के लिए नुसुक ऐप के जरिए बुकिंग करने के लिए कहा था। लेकिन अब यात्री इसलिए परेशान हैं क्यों ऐप पर अभी तक हज से जुड़े पैकेज के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गई है। पैकेज की राशि फ्लाइट, मक्का या मदीना के होटल स्टे, खाना और अन्य पवित्र तीर्थ स्थलों की यात्रा के अनुसार होती है। इससे पहले तक स्थानीय ट्रैवल एजेंट यात्रियों को इस तरह के पैकेज मुहैया करवाते थे, लेकिन अब नुसुक ऐप के जरिए बुकिंग करनी होगी। हज यात्रा का दूसरा फेज 26 जून से 1 जुलाई तक चलेगा।
  • नुसुक ऐप को ऐपल स्टोर या गूगल प्ले से डाउनलोड कर सकते हैं। सऊदी अरब ने इस ऐप पर सऊदी के नागरिकों और एक्टिव वीजा वाले विदेशी नागरिकों के लिए उमराह परमिट उपलब्ध करवाया है।