मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल मेें स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन भारत का पहला व्लर्ड क्लास स्टेशन बनने वाला है। भारतीय रेलवे के स्टेशनों के पुर्नविकास का काम पूरे देश में चल रहा है। इस क्रम में हबीबगंज स्टेशन सबसे पहले तैयार होने वाला स्टेशन जल्दी ही बन जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में हबीबगंज रेलवे स्टेशन के प्रगति कार्यों का जायजा लिया था।गोयल ने काम की प्रगति को देख लेने के बाद संतोष जताया था।
स्टेशनों के विकास के बारे में सरकार का विचार ये है कि रेलवे स्टेशनों को भीड़ भरी जगह की बजाय एयरपोर्ट जैसी उन्मुक्त और व्यावसायिक केंद्र में बदला जाए। जहां यात्री अपनी ट्रेन का इंतजार करते हुए गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकें। सरकार इन 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हबीबगंज रेलवे स्टेशन में बदलाव लाने वाली है, जिससे स्टेशन विश्वस्तरीय सुविधाओं वाला हो जाएगा।
1. हबीबगंज भारत का पहला रेलवे स्टेशन है जिसे जर्मनी के हाईडिलबर्ग रेलवे स्टेशन की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है।
2. एक बार पुनर्निर्माण का काम पूरा होने के बाद, रेलवे स्टेशन में प्रवेश द्वार के ऊपर कांच की गुबंदनुमा संरचना लगाई जाएगी।
3. पुनर्निर्माण के बाद, रेलवे स्टेशन को एलईडी लाइट की मदद से ग्रीन बिल्डिंग में तब्दील किया जाएगा। इसके साथ ही बेकार पानी को भी ट्रीट करके दोबारा इस्तेमाल में लाया जाएगा।
4. नए स्टेशन पर कैफेटेरिया और फूड प्लाजा भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा यात्रियों के लिए एक विशाल और आरामदायक वेटिंग लाउंज भी विकसित किया जाएगा।
5. इसके अलावा हर प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया भी बनाए जाएंगे। रेलवे ट्रेन से उतरकर स्टेशन से बाहर जाने वाले यात्रियों के लिए भी अंडरपास बनाएगा। ये कदम रेलवे प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम करने के लिए लिया गया है।
6. स्टेशन के पुनर्विकास का काम भारतीय रेलवे स्टेशन विकास कॉर्पोरेशन के साथ ही निजी संस्था बंसल ग्रुप के द्वारा किया जा रहा है।
7. खास बात ये भी है कि ये भारत का पहला रेलवे स्टेशन है जिसका पुनर्विकास पीपीपी मॉडल (सार्वजनिक—निजी उपक्रम) के आधार पर किया जा रहा है।
8. स्टेशन से बाहर भी व्यावसायिक उपक्रम बनाए जाएंगे जिनमें बस टर्मिनल, आॅफिस लॉबी, इसके अलावा पश्चिमी दिशा में सर्विस अपार्टमेंट भी बनाए जाएंगे।
9. वहीं दूसरी तरफ, स्टेशन से बाहर पूर्वी छोर पर होटल, हॉस्पिटल, स्पा और कंवेंशन सेंटर भी बनाए जाएंगें
10. हबीबगंज रेलवे स्टेशन के इस पूरे कायाकल्प पर करीब 450 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। जिसमें स्टेशन के विकास पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे जबकि करीब 350 करोड़ रुपये का खर्च व्यावसायिक विकास पर खर्च किया जाएगा।