ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में अब भगवान शिव, गणेश और हनुमान की मूर्ति को स्थापित किया गया है। बुधवार को जिला अदालत द्वारा पूजा का अधिकार दिया गया था। व्यास तहखाना ज्ञानवापी के नीचे स्थित है जहां पर 1993 तक पूजा की जाती थी। लेकिन बाद में मुलायम सरकार ने उस पर रोक लगा दी और अब कुछ दिन पहले जिला अदालत ने उस रोक को ही हटाने का काम किया।
जब से व्यास तहखाने में पूजा का अधिकार मिला है, हिंदू पक्ष द्वारा वहां पर रीति-रिवाज के हिसाब से सारे काम शुरू कर दिए गए हैं। उसी कड़ी में अब वहां पर भगवान शिव, गणेश, हनुमान जी की मूर्ति को विराजित किया गया है। बताया जा रहा है कि व्यास जी के तहखाने में पांच बार आरती की जाएगी। मंगला आरती- सुबह 3:30 बजे, भोग आरती- दोपहर 12 बजे, अपरान्ह- शाम 4 बजे, सांयकाल- शाम 7 बजे, शयन- रात्रि 10:30 बजे।
वैसे कोर्ट द्वारा जो ये फैसला दिया गया है, उससे मुस्लिम पक्ष खासा नाराज है। समाज से लगातार विरोध के सुर सुनाई पड़ रहे हैं। इसी वजह से शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख भी किया गया था, लेकिन सर्वोच्च अदालत ने हाई कोर्ट जाने को कह दिया जहां से उन्हें फिर कोई राहत नहीं मिली। इसी वजह से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा मीडिया से बात करते हुए अदालत के फैसले पर भी नाराजगी जाहिर की गई थी।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सैफुल्लाह रहमानी ने जोर देकर बोला कि अदालतें अब ऐसे चल रही हैं, जिस वजह से भरोसा टूट रहा है। कोर्ट ने जो वाकया पेश किया, वो दुख देता है। 20 करोड़ मुसलमानों को इससे धक्का पहुंचा है। जो हिंदू-सिख भी मानते हैं कि ये देश मजहब का गुलदस्ता है, उन्हें भी इस फैसले से धक्का लगा है। रहमानी ने अपने बयान में यहां तक कहा कि अगर जबरन कब्जा किया जाता तो क्या इतने मंदिर मौजूद होते।