Gyanvapi ASI Survey Live: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में सर्वे शुरू कर दिया है। ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को ASI को सर्वेक्षण करने की अनुमति दी थी। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एएसआई सर्वे पर हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि मुस्लिम पक्ष ने सर्वे रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन हम वहां इसका मुकाबला करेंगे।
ASI ने शुक्रवार से सर्वे का काम दोबारा शुरू कर दिया है। इससे पहले एएसआई ने जिला कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे शुरू किया था हालांकि मुस्लिम पक्ष की ओर से मामला सुप्रीम कोर्ट ले जाने के बाद इस पर रोक लगा दी गई थी। ज्ञानवापी एएसआई सर्वे से जुड़े लेटेस्ट अपडेट के लिए पढ़ें जनसत्ता.कॉम।
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सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील अहमदी ने कहा कि सर्वे की जरूरत ही क्या है? सैकड़ों साल पहले क्या हुआ, यह जानना क्यों जरूरी है? क्या यह प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का उल्लंघन नहीं है? इस पर सीजेआई ने कहा कि जो बात आपके लिए 'निराधार' है। वह दूसरे पक्ष के लिए आस्था हो सकती है। हम इस पर क्यों टिप्पणी करें?
ज्ञानवापी केस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। इस दौरान मस्जिद का पक्ष रख रहे वकील हुजैफा अहमदी ने कोर्ट को पिछले आदेशों के बारे में बताया। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम कल आए हाई कोर्ट के के आदेश पर बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने हाई कोर्ट में हलफनामा दिया है कि फिलहाल खुदाई का काम नहीं होगा। फिर अभी हम दखल क्यों दें।
ज्ञानवापी में नमाज के लिए ASI ने सर्वे रोक दिया है। इसे 2.30 बजे से फिर शुरू किया जाएगा। टीम ने आज दीवारों की स्कैनिंग की है। इस बार ASI टीम में 61 सदस्य हैं। ज्ञानवापी परिसर को 4 ब्लॉक में बांटा गया है। चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है।
एएसआई ने दो शिफ्ट में काम करने की जिला प्रशासन से इजाजत मांगी थी। जानकारी के मुताबिक शाम सात बजे तक एएसआई का सर्वे चलेगा। सर्वे के दौरान इस समय परिसर में कुल 75 लोग मौजूद हैं। जुमे की नमाज़ के समय ASI की टीम ब्रेक लेगी। इसके बाद सर्वे का काम दोबारा शुरू किया जाएगा।
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां 300 मीटर के दायरे में वज्र वाहन तैनात किए गए हैं। इसके अलावा आरएएफ के जवान भी सुरक्षा में लगाए गए हैं। इसके अलावा एटीएस कमांडो भी तैनात हैं।
ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान एएसआई की टीम के अलावा 16 अन्य लोगों को अंदर जाने की इजाजत है। इनमें मुस्लिम पक्ष से 9 और हिंदू पक्ष के सात लोग शामिल हैं। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने सर्वे से बायकॉट कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक एएसआई की टीम सर्वे का काम दो शिफ्ट में पूरा कर सकती है। जुमे की नमाज की वजह से सर्वे आज दोपहर 12:00 बजे खत्म हो जाएगा। एएसआई ने प्रशासन से पूछा कि क्या जुमे की नमाज के बाद दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक 2 घंटे सर्वे किया जा सकता है।
एएसआई की टीम के साथ IIT कानपुर के तीन एक्सपर्ट भी मौजूद है। सर्वे के दौरान उनकी भी मदद ली जाएगी। जानकारी के मुताबिक आज 12 बजे तक ही सर्वे किया जाएगा। इसके बाद नमाज के लिए परिसर खाली कर दिया जाएगा। वाराणसी प्रशासन का कहना है कि इसके बाद ASI की टीम चाहेगी तो शाम 3 बजे से 5 बजे तक फिर से सर्वे कर सकती है।
ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे और जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। मीडिया को भी परिसर के पास जाने की इजाजत नहीं दी गई है।
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। याचिकाकर्ता अंजुमन इंतजामिया मसाजिद की लीगल टीम का कहना है कि वो शीघ्र सुनवाई के लिए शुक्रवार सुबह भी सीजेआई से आग्रह करेंगे। इस याचिका में कहा गया है कि ASI सर्वे से पूरे मामले पर असर पड़ेगा. इसलिए इस पर तत्काल रोक लगाई जाए। वहीं हिंदू पक्ष इस मामले में पहले ही कैविएट दाखिल कर चुका है। दूसरी तरफ ज्ञानवापी से जु़ड़े एक अन्य मामले में भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इसमें सुप्रीम कोर्ट आज ज्ञानवापी मामले के सुनवाई योग्य होने को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई करेगा।
एएसआई की ओर से ज्ञानवापी परिसर का सर्वे किया जाएगा लेकिन कोर्ट ने उसे खुदाई की इजाजत नहीं दी है। एएसआई वजूखाने का सर्वे नहीं करेगी। इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सील किया गया है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन के मुताबिक इस सर्वे में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार और मॉडर्न टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा।
ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम आज दोपहर 12 बजे तक सर्वे करेगी। हाईकोर्ट के आदेश पर ज्ञानव्यापी परिसर का ASI सर्वे शुरू हो चुका है। ADG-ASI आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया गया है। टीम में 50 से अधिक ASI अधिकारी-कर्मचारी मौजूद हैं। ज्ञानवापी परिसर में कथित शिवलिंग मिलने वाले जगह को छोड़कर परिसर के बाकी जगहों पर एएसआई की टीम सर्वे का काम करेगी। सर्वे में फोटो डॉक्यूमेंटेशन और जीपीआर के जरिए काम पूरा किया जाएगा।
एएसआई सर्वे को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) परिसर में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि 4 से लेकर 7 अगस्त तक काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मोबाइल फोन का इस्तेमाल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। इसलिए लोगों से अपील की गई है कि फोन लेकर दर्शन के लिए ना आएं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की एक टीम ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर का सर्वेक्षण शुक्रवार सुबह शुरू कर दिया। हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने बताया कि एएसआई की एक टीम सुबह करीब सात बजे ज्ञानवापी परिसर में दाखिल हुई और काम शुरू किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान हिंदू याचिकाकर्ता अपने वकीलों के साथ मौके पर मौजूद हैं। मुस्लिम पक्ष की तरफ से कोई भी उपस्थित नहीं है। मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे से अलग रहने का फैसला किया है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुस्लिम पक्ष के वकील इस सर्वे में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि मुसलमानों की तरफ से उच्चतम न्यायालय में इस सर्वे के निर्णय को पहले ही चुनौती दी जा चुकी है।
हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि सभी लोग वहां पहुंच गए हैं। ज्ञानवापी में एएसआई ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है।
एएसआई की ओर से ज्ञानवापी परिसर का सर्वे किया जाएगा लेकिन कोर्ट ने उसे खुदाई की इजाजत नहीं दी है। एएसआई वजूखाने का सर्वे नहीं करेगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसे सील कर दिया गया है।
ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष की सुनवाई आज, पढ़ें पूरी खबर
ज्ञानवापी पर लड़ाई, देखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=KReDIr1BYVE