गुरुग्राम में नमाज पढ़ने को लेकर चल रहे विवाद पर मुस्लिम एकता मंच ने एक नया कदम उठाया है। मंच के सदस्यों ने सोमवार को गुड़गांव के डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात कर ये मांग की है कि प्रशासन गुड़गांव में 19 वक्फ बोर्ड की संपत्तियों और मस्जिदों को खोल दे, जिन पर कथित तौर पर अतिक्रमण किया गया है या विवाद है। इससे मुस्लिमों को सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने की जरूरत नहीं होगी।
ये बात दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों द्वारा संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के बैनर तले आने के बाद सामने आई है। इन सदस्यों का कहना है कि वे इस शुक्रवार को सेक्टर 12 में गोवर्धन पूजा करेंगे। बता दें कि ये वो जगह है, जहां पहले नमाज पढ़ी गई थी।
इस मामले में मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष शहजाद खान का कहना है कि हमने डीसी से मुलाकात की है और अपनी चिंता जाहिर की है। हमने प्रशासन से अनुरोध किया है कि या तो हमें जमीन आवंटित करें, जिससे हम मस्जिद बना सकें, या फिर जो मस्जिद बंद हैं उन्हें खोल दें, जिससे हम वहां नमाज अदा कर सकें।
उन्होंने कहा कि अगर गुरुग्राम की 19 मस्जिदें खोल दी जाती हैं तो हमें खुले में नमाज पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पिछले कुछ महीनों से कुछ असामाजिक तत्वों ने नमाज में खलल डाला है और दुश्मनी को बढ़ावा देने की कोशिश की है। हम चाहते हैं कि समुदायों के बीच सद्भाव बना रहे।
उन्होंने कहा कि हम सेक्टर 12 में पूजा और भंडारा करने के निर्णय का स्वागत करते हैं। अगर वे हमें वहां से धक्का देकर पूजा करते हैं, तो हम यहां से जाने के लिए तैयार हैं। हम उनके साथ हैं और प्रार्थना के लिए 5100 रुपए दान करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने प्रशासन से अगले कदम के बारे में सूचित करने के लिए कहा है। फिर चाहें वो सेक्टर 12 से कहीं और जाने की बात हो या वहां से कुछ दूर नमाज पढ़ने की बात हो। उन्होंने ये भी कहा कि शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाएगी।
बता दें कि संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के सदस्यों ने रविवार को कहा था कि वे शहर में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करने का विरोध करना जारी रखेंगे। पिछले दो महीनों में, कई समूहों ने गुरुग्राम में कई स्थानों पर नारेबाजी की है और नमाज को बाधित करने के लिए सड़कों पर प्रदर्शन किया है।