गुजरात के बर्खास्त आईपीएस संजीव भट्ट ने इमोशनल चिट्ठी लिखी है। 2002 में गुजरात में हुए दंगे लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधने वाले संजीव भट्ट जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। उन्होंने अपने परिवार और सर्मथकों के नाम एक भावुक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने खत में अपनी पत्नी, बच्चों व समर्थकों के प्रति आभार प्रकट किया है।

उन्होंने लिखा है,” मैं जो भी कुछ हूं वो आपकी वजह से हूं। आप मेरी ताकत और प्रेरणा है। आप वो ईंधन हैं जिसकी वजह से तमाम विषमताओं के बावजूद मेरी आदर्शवाद की भट्टी जलती रही। 55 वर्षीय भट्ट ने गोधरा कांड को लेकर पीएम मोदी पर आरोप लगाया था। हालांकि इस मामले में पीएम मोदी पर कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ था और वह इस मामले में अदालत से बरी हो गए थे। उन्होंने खत में अपने पत्नी को संबोधित करते हुए लिखा है कि, पिछले कुछ साल तुम्हारे और बच्चों के लिए आसान नहीं रहे हैं। मेरे फैसलों की कीमत तुम लोगों को भी चुकानी पड़ रही है। तुम लोगों ने मेरी उस लड़ाई में साथ दिया है जो हम सब से बड़ी थी।

उन्होंने अपनी पत्नी से माफी मांगते हुए लिखा है। जिस मकान को उन्होंने प्यार और नाज से बनाया उस मकान को उन्हें लाचार होकर ढहते हुए देखना पड़ा। बता दें कि भट्ट के घर के कुछ हिस्से को पिछले साल अहमदाबाद म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने गैरकानूनी करार देते हुए गिरा दिया था।

अपने खत के अंत में उन्होंने सभी को धन्यवाद देते हुए लिखा है कि आप सभी ने मुझे अच्छा बनने के लिए प्रेरित किया। लोकतंत्र अंधेरे में है। जो हम आज चुनेंगे वह आने वाले कुछ दशकों का भाग्य तय करेंगे। बता दें IPS अधिकारी रहे संजीव भट्ट को नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया था। हाल ही में उन्हें एक 30 साल पुराने कस्टोडियल डेथ के केस में सजा सुनाई गई है।