केन्‍द्र सरकार ने बुधवार को इशारा किया कि विवादित इस्‍लामी मौलाना जाकिर नाइक पर कार्रवाई की जा सकती है। बांग्‍लादेश के ढाका में एक कैफे पर हमलाकर 22 लोगों को मारने वाले पांच आतंकवादियों में से एक नाइक से प्रभावित था। गृह राज्‍य मंत्री किरण रिजिजू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”जाकिर नायक के भाषण हमारे लिए चिंता का विषय है। हमारी एजेंसियां इसपर काम कर रही हैं। लेकिन एक मंत्री के तौर पर, मैं कार्रवाई पर टिप्‍पणी नहीं कर सकता।” वहीं जाकिर नायक ने News18 को दिए एक इंटरव्‍यू में कहा है कि ओसामा बिन लादेन पर दिए गए उनके भाषण के वीडियो से छेड़छाड़ की गई है। उन्‍होंने कहा, ”किसी भी मुस्लिम को आतंक के जरिए इंसान को नहीं डराना चाहिए। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया। मैंने सिर्फ यह कहा था कि मुस्लिमों को सिर्फ असामाजिक तत्‍वों के लिए आतंकवादी बनन चाहिए।”

रिजिजू ने कहा कि भारत के बांग्‍लादेश के साथ अच्‍छे संबंध हैं, खासतौर से आतंकवाद से लड़ने में दोनों देश एक-दूसरे के सहयोगी हैं। उन्‍होंने कहा, ”आतंकवाद को सिर्फ परस्‍पर सहयोग और एक साथ लड़कर ही हराया जा सकता है।” बांग्‍लोदशी अखबार ‘Daily Star’ ने रिपोर्ट किया था कि रोहन इम्तियाज नाम के आतंकी ने पिछले साल नाइक के कई भाषणों को फेसबुक पर शेयर किया था।

नाइक पर आराेप है कि Peace TV पर प्रसारित एक लेक्‍चर में ‘सभी मुस्लिमों से आतंकवादी बनने की अपील’ की थी। लोकप्रिय, मगर विवादित इस्‍लामी वक्‍ता नाइक ब्रिटेन और कनाडा में अन्‍य धर्मों के प्रति नफरत भरे भा षण देने की वजह से प्रतिबंधित है। वह बांग्‍लादेश में बेहद मशहूर है, जबकि उसके कई भाषण दूसरे धर्मों को नीचा दिखाते हैं। वह मलेशिया में बैन 16 इस्‍लामी विद्वानों में से एक है।

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ढाका कैफे का दूसरा हमलावर, 22 साल का निबरस इस्‍लाम दो संदिग्‍ध ISIS नियोक्‍ताओं- अंजीम चौधरी और शमी विटनेस को 2014 में ट्विटर पर फॉला करता था। शमी विटनेस 24 साल के मेहदी बिश्‍वास का ट्विटर अकाउंट है जिसे 2014 में भारत से गिरफ्तार किया गया था। बिस्‍वास पर ‘इकलौता सबसे प्रभावशाली ISIS ट्विटर अकाउंट चलाने’ का आरोप लगाया गया था। जबकि पाकिस्‍तानी मूल का ब्रिटिश नागरिक अंजीम चौधरी इंग्‍लैंड में वहां का एंटी-टेररिज्‍म कानून तोड़ने की वजह से ट्रायल झेल रहा है। चौधरी ने कथित तौर पर अपने समर्थकों से सीरिया और इराक जाने को कहा था। निबरस और रोहन रातों रात कट्टरपंथी नहीं बने। फरवरी-मार्च में गायब होने के एक-दो साल पहले से वे कट्टरपंथ को समझ रहे थे।