सलमान खान को ओलंपिक में भारत की ओर से गुडविल एंबेसडर बनाए जाने की निंदा किए जाने पर सरकार ने प्रतिक्रिया दी है। सरकार ने कहा, “भारतीय ओलंपिक समिति स्वतंत्र है और सरकार इसमें दखल नहीं देगी। हमने खिलाड़ियों की भावनाएं IOA तक पहुंचा दी हैं। लेकिन हम जनता की राय में विश्वास रखते हैं।” हालांकि पूर्व ऐथलीट योगेश्वर दत्त और मिल्खा सिंह का मानना है कि इस रोल के लिए किसी खिलाड़ी को ही चुना जाना चाहिए। भारतीय ओलंपिक समिति ने शनिवार को बॉक्सर मैरी कॉम, हॉकी कैप्टन सरदार सिंह और शूटर अपूर्वी चंदेला की उपस्थिति में सलमान खान का नाम इस रोल के लिए दिया किया था। मालूम हो कि सलमान खान अपनी आने वाली फिल्म में ‘सुल्तान’ में एक पहलवान की भूमिका निभा रहे हैं। ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुके योगेश्वर दत्त ने कहा, “मैं नहीं समझ पा रहा कि ऐसे चयन से एथलीटों को क्या फायदा होगा।”

उन्होंने कहा, “भारत में सभी को फिल्में प्रमोट करने का अधिकार है। लेकिन ओलंपिक ऐसी जगह नहीं है जहां आप फिल्मों का विज्ञापन कर सकें।” हिंदी में ट्वीट करते हुए योगेश्वर ने लिखा, “Ambassador का क्या काम होता है कोई मुझे बता सकता है क्या? क्यूँ पागल बना रहे हो देश कि जनता को।”

33 वर्षीय इस खिलाड़ी का कहना है कि कोई खिलाड़ी ही इस रोल के लिए उचित होगा। उन्होंने पूछा, “पीटी ऊषा और मिल्खा सिंह जैसे खिलाड़ियों ने बुरे वक्त में देश के लिए कठिन प्रयास किए हैं। लेकिन इस एंबेसडर ने खेल जगत में क्या किया है? एबेसडर का चयन किए जाने से क्या होगा? अगर आपको यह नाटक करना ही है तो क्यों न किसी खिलाड़ी को चुना जाए?” योगेश्वर ने कहा कि देश को मेडल्स की जरूरत है, स्पॉन्सर्स की नहीं।

हालांकि मैरी कॉम और सरदार सिंह ने सलमान खान को एंबेसडर बनाए जाने का सपोर्ट करते हुए कहा है कि ऐसा किया जाना खिलाड़ियों को ओलंपिक में प्रोत्साहित करेगा।