सरकार ने स्वीकार किया है कि देश के विभिन्न राज्यों में सेना की 9980 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण है। रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने राम कुमार कश्यप के एक सवाल के लिखित जवाब में राज्ययभा को जानकारी दी कि देश में सेना की कुल 9980 एकड़ भूमि अतिक्रमण से प्रभावित है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 1647 एकड़, महाराष्ट्र में 914 एकड़, हरियाणा में 737 एकड़ रक्षा भूमि पर अतिक्रमण है। दूसरी तरफ, सरकार ने मंगलवार को बताया कि नौसेना, थल सेना और वायु सेना में 52 हजार से अधिक कर्मियों की कमी है जिसे दूर करने के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा को बताया कि तीनों सशस्त्र बलों में यह कमी कुल 52,741 कर्मियों की है।

अमर शंकर साबले के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री ने बताया कि भारतीय सेना में सैनिकों की स्वीकृत संख्या 1216247 है। इस बल में फिलहाल 1194864 सैनिक हैं और 21383 सैनिकों की कमी है। वायु सेना में वायु सैनिकों की स्वीकृत संख्या 142529 है जिसमें 127519 वायु सैनिक कार्यरत हैं। इस बल में 15010 वायु सैनिकों की कमी है। इसी तरह नौसेना में नौसैनिकों की स्वीकृत संख्या 72562 है जिसमें 56214 नौसैनिक कार्यरत हैं और 16348 नौसैनिकों की कमी है।

सीतारमण ने बताया कि सरकार सशस्त्र बलो में सैनिकों की कमी दूर करने के लिए कई कदम उठा रही है। इसके तहत देश के प्रत्येक भाग को इसमें शामिल करने के लिए भर्ती जोनों की संख्या बढ़ाई गई है और आॅनलाइन भर्ती प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही चयन प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है और सोशल मीडिया का प्रयोग किया जा रहा है। आवेदन के लिए कंप्यूटर आधारित आॅनलाइन व्यवस्था और आॅनलाइन परीक्षा प्रणाली भी अपनाई जा रही है।