कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। संक्रमण के डर से केंद्र व राज्य सरकारें आम जनता को मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहनने की नसीहत भी दे रही हैं ताकि मामलों को बढ़ने से रोक जा सके। इस अपील का असर दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा है। इस वजह से खाना वितरण के काम में जुटे सिविल डिफेंस कर्मचाारियों को बिना इन सुविधाओं के काम कर रहे हैं। विभिन्न स्कूलों में खाने के इंतजाम की जांच में यह बड़ा संकट साफ नजर आया।

नहीं मिलते हैं दस्ताने, मास्क और विषाणुनाशक द्रव्य : खाने की सेवा दे रहे कर्मचारियों को पता है कि कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। सिविल डिफेंस के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें सरकार की तरफ से दस्ताने व विषाणुनाषक द्रव्य जैसी सुविधा दी जानी चाहिए। इसके लिए एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को भी सूचना है।

इससे पहले भी बीते दिनों में कई अधिकारी जांच करके जा चुके हंै। ये केंद्र दिल्ली सरकार ने यमुना विहार, दुर्गापुरी व जाफराबाद में लगाए हैं। इन केंद्र पर कर्मचारी इन सुविधाओं के बिना ही वितरण करते नजर आए। तैनात कर्मचारियों ने बताया कि जब उन्हें सरकार से दस्ताने नहीं मिले तो उन्होंने खुद के खर्च पर ये चीजें खरीदी है।

स्थानीय लोगों ने किया विरोध, बाद में स्थान बदला : उत्तर पूर्वी दिल्ली के अशोक नगर मे स्थित एक सरकारी स्कूल में दिल्ली सरकार ने सुबह-शाम खाना देने की योजना तैयार की थी। इस केंद्र पर खाना देने का स्थानीय नागरिकों ने ही विरोध दर्ज कर दिया। लोगों का मानना था कि खाना बांटने से क्षेत्र में भीड़ लगेगी। इस वजह से संक्रमण का खतरा होगा। इसलिए इस केंद्र को एलआइजी के सरकारी स्कूल से हटाकर अशोक नगर के स्कूल में भेजा गया।