देशभक्ति की अलख बरकरार रखने के लिए सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार की तरफ से रेलवे को देश के 75 रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के निर्देश दिए गए है। इसके लिए सर्कुलर भी जारी कर दिए गए हैं। इसे बीते माह जारी किया गया था। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, देश के 75 ए-1 कैटगरी के स्टेशन पर तिरंगे फहराने को कहा गया है। जिन रेलवे स्टेशनों की कमाई सालाना 50 लाख या ज्यादा की होती है, वह ए-1 कैटगरी में शामिल हो जाते हैं। स्टेशनों पर फहराए जाने वाले तिरंगे की हाइट के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।

ईटी के खबर के अनुसार, देश के 75 रेलवे स्टेशनों पर फहराए जाने वाले राष्ट्रीय ध्वज 100 फिट के होंगे। इसके लिए 31 दिसंबर 2018 की तारीख भी तय कर दी गई है। इस तारीख तक चिंहित किए गए स्टेशनों पर तिरंगा फहराने के निर्देश हैं।

आर्थिक राजधानी मुम्बई में साल ए-1 कैटगरी के रेलवे स्टेशन हैं। सीएसएमटी, कुर्ला में लोकमान्य तिलक टर्मिनस, सेंट्रल लाइन पर पड़ने वाला कल्याण, ठाणे, और वेस्टर्न लाइल पर मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस हैं। बताया जा रहा है कि सीएसएसटी के प्लेटफार्म 18 पर तिरंगा फहराया जा रहा है। साथ ही ईटी ने सूत्रों के हवाले से बताया, रेलवे बोर्ड के सर्कुलर में निर्देश दिए हैं कि झंडे पर फोकस रोशनी होनी चाहिए, और रेलवे सुरक्षा बल को इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। तिरंगे को लगाने, रोशनी और अन्य सामानों पर करीब 9 लाख रुपये की लागत आएगी।

इस बार में रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, सरकार द्वारा लगवाए जा रहे ये ध्वज ‘राष्ट्रीयता के प्रतीक’ प्रोजेक्ट के तहत हैं। इन्हें लगाने के पीछे हमारा मकसद देश की पहचान को पब्लिक प्लेस पर लगाकर देश के और बाहर के लोगों को दिखाना है। रेलवे बोर्ड ने साथ ही यह भी कहा है कि यह ध्वज स्टेशन के एंट्री और एक्जिट गेल के करीब ही रहें।