सरकार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत एक अलग से फंड बनाकर गैर-नौकरीपेशा लोगों के लिए भी EPFO खोलने पर विचार कर रही है। इस स्कीम के तहत अन्य लोग भी इसमें पैसा लगा सकेंगे। सरकार चाहती है कि गैर-नौकरीपेशा लोग भी इसमें पैसा लगाकर इसका लाभ उठा सके। फिलहाल देश में ईपीएफओ के लगभग 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं।
अभी भारत में ईपीएफओ की प्रोविडेंट फंड स्कीम का सिर्फ कंपनियों, फैक्ट्रियों आदि के लिए है। जहां पर नियोक्ता और कर्मचारी की व्यवस्था है। कई अन्य सेल्फ एम्पालाई को इस स्कीम का लाभ नहीं मिलता है। वकील डॉक्टर जैसे प्रोफेशनल्स भी इसका लाभ नहीं ले पाते हैं। यही कारण है कि सरकार चाहती है कि एक नयी योजना ला कर अधिक से अधिक लोगों से इससे जोड़ा जा सके। यह योजना बहुत हद तक नेशनल पेंशन सिस्टम से मिलती -जुलती हो सकती है।
नए स्कीम की शर्ते होगी अलग: अधिकारी के अनुसार जो लोग ईपीएफओ की नई स्कीम के तहत निवेश करेंगे उनके लिए नई शर्तों के तहत नियम बनाए जाएंगे। नए फंड से हुई कमाई के आधार पर रिटर्न दिया जाएगा।
बताते चलें कि हाल ही में ईपीएफओ की तरफ से सब्सक्राइबर्स को एक बड़ी राहत दी गयी है। ईपीएफओ खाताधारक अब नौकरी बदलने पर ऑनलाइन डेट ऑफ एक्जिट को अपडेट कर सकते हैं। पहले ये अधिकार सिर्फ कंपनी के पास हुआ करता था। इस कारण पीएफ खाताधारक अपडेट करने के लिए नियोक्ता पर निर्भर होते थे।
गौरतलब है कि पीएफ पर फिलहाल ब्याज दर 8.50 फीसदी तय किया गया है। ब्याज दर में इस साल भी कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। पहले यह आशंका जतायी जा रही थी कोरोना संकट के बाद खराब होते अर्थव्यवस्था के कारण ब्याज दर को कम किया जा सकता है।