गुजरात के पावागढ़ पहाड़ी मंदिर में शनिवार को मालवाहक रोपवे का तार टूट जाने से छह लोगों की मौत हो गई। पंचमहल जिले के कलेक्टर अजय दहिया ने दो लिफ्टमैन, दो श्रमिकों और दो अन्य लोगों सहित छह लोगों की मौत की पुष्टि की है।

कलेक्टर ने बताया कि दुर्घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है।

पंचमहल के कलेक्टर अजय दहिया ने क्या बताया?

पंचमहल के कलेक्टर अजय दहिया ने HT को बताया, “यह सामान ढोने वाला एक रोपवे था जो आज दोपहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। केबिन के अंदर पांच लोग थे और ऊपर से वापस आ रहे थे तभी चौथे टावर के पास केबल टूट गई और यह टावर नंबर एक से टकरा गया। इन सभी पांचों लोगों की मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति की भी टक्कर के कारण मौत हो गई।”

दहिया ने बताया कि उन्होंने घटना के कारणों की जांच के लिए एक तकनीकी समिति के गठन का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि माल रोपवे के संचालक को मंदिर ट्रस्ट ने नियुक्त किया था।

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मृतकों में तीन स्थानीय लोग भी शामिल

गोधरा-पंचमहल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रविंद्र असारी ने बताया, “मृतकों में तीन स्थानीय, दो कश्मीर के और एक राजस्थान का निवासी शामिल है। हम घटना के सही कारण की जांच कर रहे हैं।”

पावागढ़ मंदिर लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। लोग या तो 2,000 सीढ़ियां चढ़कर मंदिर तक ​​पहुंचते हैं या फिर केबल कार का उपयोग करते हैं। अधिकारियों ने बताया है कि खराब मौसम के कारण सुबह से ही रोपवे को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था लेकिन माल रोपवे का इस्तेमाल निर्माण कार्य के लिए किया गया।

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पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। एक अफसर ने बताया, “राजस्थान के गीतावास निवासी अन्नाजी उर्फ ​​भैरवलाल रतिलाल जाट, जम्मू-कश्मीर के राजौरी निवासी मोहम्मद अनवर महमद शरीफखान और बलवंतसिंह धनीराम, रोपवे ऑपरेटर के रूप में काम करते थे, दिलीपसिंह नरवतसिंह कोली मंदिर की सुरक्षा में तैनात थे, हितेशभाई हसमुखभाई बारिया, मंदिर के भोजन सेवा केंद्र में थे और सुरेशभाई रायजीभाई कोली फूल व्यापारी थे।”

1986 में बना था पावागढ़ रोपवे

1986 में बना पावागढ़ रोपवे तीर्थयात्रियों को बेस स्टेशन से कालिका माता मंदिर के पास तक ले जाता है। पावागढ़ रोपवे पर पहले भी हादसा हो चुका है। जनवरी 2003 में एक रस्सी टूट गई थी जिससे तीन केबल कार गिर गईं। इसमें सात लोगों की मौत हो गई और 24 घायल हो गए थे।

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