उत्तर प्रदेश के गोंडा में बड़ा रेल हादसा हो गया है। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। अब लोको पायलट का दावा है कि हादसे से ठीक पहले तेज धमाके की आवाज आई थी। इस लोको पायलट का नाम त्रिभुशन है जिन्होंने जांच एजेंसियों को यह जानकारी दी है। इसी वजह से इस हादसे की अब साजिश के एंगल से जांच शुरू कर दी गई है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के लिए बता दें कि 15904 नंबर गाड़ी चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही थी। हादसा मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास हुआ। पौने तीन बजे के करीब 8 डिब्बे बेपटरी हुए। सीएमओ ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि गोंडा जिले में हुए रेल हादसे का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
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विपक्ष के निशाने पर रेल मंत्री
अब यह कोई पहली बार नहीं है जब इस तरह का रेल हादसा हुआ है, पिछले कुछ सालों में कई मौकों पर ऐसे एक्सीडेंट होते हुए दिख चुके हैं, कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसी वजह से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव विपक्ष के निशाने पर भी आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वे रील मंत्री जिनका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। इसके ऊपर कवच सिस्टम को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी हुई है, आरोप लग रहे हैं कि वो अभी तक पूरी तरह लागू ही नहीं हो पाया है।
आर्थिक मदद का ऐलान
वैसे इस हादसे के बाद आर्थिक मदद का ऐलान जरूर कर दिया गया है। मृतकों के परिवार को 10 लाख, गंभीर रूप से घायल को 2.5 लाख और मामूली रूप से घायल को 50 हजार रुपये देने का ऐलान हुआ है। जांच के आदेश भी दिए जा चुके हैं और घायलों को जल्द उपचार मिले, सीएमओ ऑफिस की तरफ से यह निर्देश भी अधिकारियों के पास चला गया है।