GoFirst एयरलाइन ने बताया है कि 12 मई तक उनकी सभी फ्लाइट कैंसिल कर दी गई हैं। ऑपरेशनल कारणों की वजह से ये फैसला लिया गया है। वैसे एयरलाइन जरूर ऑपरेशनल कारण बता रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से इस कंपनी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है। लगातार फ्लाइटों को कैंसिल किया जा रहा है, कुछ दिन पहले ही 9 मई तक सभी फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया था, अब उसी को आगे बढ़ाते हुए 12 मई तक कर दिया गया है।
किस वजह से संकट में आया गो फर्स्ट?
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय गो फर्स्ट ने इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग के लिए आवेदन डाल रखा है। स्थिति ऐसी चल रही है कि कई विमान ग्राउंडेड कर दिए गए हैं। तर्क दिया जा रहा है कि कंपनी के हितों की रक्षा हो सकते, इसलिए ये सख्त फैसले लेने पड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि जब से अमेरिकी फर्म प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) ने अपनी तरफ से एयरलाइन को इंजन सप्लाई करना बंद किया है, स्थिति बिगड़ती गई है।
वैसे वाडिया ग्रुप की ये एयरलाइन हमेशा से नुकसान में नहीं रही है। इसने एक शानदार सफर तय किया है जो 2005 में सिर्फ दो विमान पट्टों के साथ शुरू किया गया था। वर्तमान माें गो फर्स्ट के पास 61 विमान हो गए हैं जहां पर 56 A320 नियो और 5 विमान A320 CEO शामिल हैं। अभी के लिए यात्रियों के लिए राहत की बात ये है कि एयरलाइन ने स्पष्ट कहा है कि जिनकी भी फ्लाइट कैंसिल हुई हैं, उन्हें रिफंड दिया जाएगा। कंपनी का ये भी कहना है कि यात्रियों को लगातार हर संभव मदद दी जाएगी।
दूसरी कंपनियों के लिए दिए जा रहे इंटरव्यू
बड़ी बात ये है कि कंपनी के हालात को देखते हुए दर्जनों पायलट एयर इंडिया के वॉक-इन इंटरव्यू के लिए गुरुवार को दिल्ली के एक होटल में पहुंच गए। इस बारे में खुद एक पायलट ने कहा कि यह बहुत निराशाजनक है, एयरलाइन ऐसे काम कर रही थी जैसे सब कुछ सामान्य था। हमें अपने फ्लाइंग लाइसेंस को चालू रखने के लिए नयी नौकरी खोजनी होगी। विस्तारा ने गुरुवार को दिल्ली और मुंबई में केबिन क्रू के लिए वॉक-इन इंटरव्यू आयोजित किया और पायलटों से ऑनलाइन आवेदन मांगे। गो फर्स्ट केबिन क्रू के एक सदस्य ने कहा कि टाटा के साथ हमारा भविष्य सुरक्षित होगा।