भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने यह कहते हुए ताजा विवाद पैदा कर दिया है कि जब तक धर्मांतरण पर पाबंदी नहीं लगाई जाती विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का ‘घर वापसी’ कार्यक्रम जारी रहेगा। उन्होंने दावा किया कि भारत की समस्या जेहादी सोच वाली वोट बैंक की राजनीति है।

भाजपा के हिंदुत्ववादी चेहरा आदित्यनाथ ने सोमवार को विहिप के एक सम्मेलन में कहा कि धर्मांतरण देश में सांप्रदायिक सौहार्द को नष्ट कर देगा। इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। अगर धर्मांतरण जारी रहता है तो ‘घर वापसी’ कार्यक्रम भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मुसलिम क्षेत्रों में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों वाली नस्लें हैं और धर्मनिरपेक्ष लोगों को इसका जवाब देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत की समस्या कुपोषण या गरीबी नहीं है, भारत की समस्या जेहादी सोच वाली वोट बैंक की राजनीति है। हिंदू समाज में हर कोई सुरक्षित महसूस करता है। हर मांं और बहन सुरक्षित महसूस करती है। यहां पर हर धर्म व समुदाय की सुरक्षा की गारंटी है। लेकिन मुसलिम इलाके असुरक्षा क्यों महसूस करते हैं? वहां पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों वाली नस्लें क्यों हैं? जेहादी सोच और भारत विरोधी नारे को वहां जगह क्यों मिलती है।

उन्होंने कहा कि भारत-पाक क्रिकेट मैच में भारत जीतता है तो वे शोक मनाते हैं और भारत हारता है तो वे पटाखे छोड़कर जश्न मनाते हैं। क्यों? क्या आपने कभी देश के धर्मनिरपेक्षतावादियों से यह सवाल पूछा है। गोरखपुर से सांसद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने समान नागरिक संहिता की हिमायत की।

हालिया महीने में अपने हिंदुत्ववादी ब्रिगेड के बयानों से भाजपा को असहज स्थिति से दो-चार होना पड़ा है। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने तो दोष मढ़ते हुए कहा था कि इन लोगों की वजह से दिल्ली विधानसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंच रहा है।