दुनिया भर में कोरोना की मार है। इसके कारण बिजनेस और भारत की जीडीपी ग्रोथ पर बुरा असर पड़ा है। जीडीपी ग्रोथ निगेटिव में चली गई है। लेकिन इसका एक और पहलू है देश में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में लिस्टेड कंपनियों की अच्छी कमाई हुई है। इनका मार्केट कैप 54 फीसदी बढ़ गया है। यह गुरुवार को अब तक के सबसे उच्चतम स्तर 161 लाख करोड़ रुपए रहा। वहीं इस साल 14 जनवरी को यह 160.60 लाख करोड़ रुपए थी। पिछली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ माइनस 23.9 फीसदी रही है। देश के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में एक नया नाम उभरकर सामने आया है। वह हैं सायरस पूनावाला। सायरस पूनावाला का सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना वैक्सीन पर काम कर रहा है।

फोर्ब्स इंडिया की टॉप 100 की लिस्ट आ गई है। इसमें टॉप पर रिलाइंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी हैं। मुकेश अंबानी की संपत्ति पिछले एक साल में 2.74 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई है। देश की 7 सबसे बड़ी कंपनियों में से 3 का मार्केट कैप घटा है। सबसे ज्यादा मार्केट कैप ICICI बैंक का 27.75 फीसदी घटा है। इसके बाद एचडीएफसी का है इसका 21.70 फीसदी घटा है। तीसरी बड़ी कंपनी एचडीएफसी बैंक है। इसका मार्केट कैप 7.60 फीसदी घटा है।

फोर्ब्स की टॉप 10 की लिस्ट में दूसरे नंबर पर गौतम अडाणी हैं। तीसरे नंबर पर शिव नाडर हैं। चौथे नंबर पर राधाकृष्ण दमानी हैं। पांचवे नंबर पर हिंदुजा ब्रदर्श हैं। छठे नंबर पर सायरस पूनावाला हैं। सातवें नंबर पर पल्लोंजी मिस्त्री हैं। आठवें नंबर पर उदय कोटक हैं। लिस्ट में नौंवे नंबर पर गोदरेज फैमिली है। वहीं दसवां नंबर लक्ष्मी मित्तल का है। टॉप 10 में से 5 की संपत्ति में इस साल गिरावट आई है और पांच की संपत्ति बढ़ी है।

बीते 10 सालों में कैसे बढ़ी मुकेश अंबानी की संपत्ति

बीते 10 सालों मे मुकेश अंबानी की संपत्ति की बात करें तो फोर्ब्स के मुताबिक इनकी संपत्ति 2010 में 27 अरब डॉलर थी। 2011 में घटकर 22.6 अरब डॉलर रह गई। 2012 में 21 अरब डॉलर और 2013 में भी 21 अरब डॉलर ही रही। इसके बाद 2014 में 23.6 अरब डॉलर हो गई और 2015 में इसमें फिर गिरावट आई और 18.9 अरब डॉलर ही रह गई। इसके बाद 2016 में यह 22.7 अरब डॉलर हो गई। 2017 में यह 38 अरब डॉलर और 2018 में 47.3 अरब डॉलर हो गई थी। पिछले साल 2019 में मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 51.4 अरब डॉलर थी। इस साल यह बढ़कर 88.7 अरब डॉलर हो गई है।