अडानी पॉवर के शेयर की कीमत पिछले चार कारोबारी सत्रों में 70 फीसदी से अधिक चढ़ गए हैं। अगर अडानी पॉवर के शेयरों को पीछे मुढ़कर देखें तो 3 जून 2021 को एनएसई पर 97.35 रुपए पर बंद हुआ था, जो आज सुबह 167.05 पर कारोबार कर रहा था। इसका मतलब यह है कि कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को 70 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुकी है। शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, अडानी पॉवर के शेयर में तेजी के मुख्य कारण ग्रीन एनर्जी स्पार्किंग वैल्यू बायिंग में निवेश के अलावा राजस्थान और महाराष्ट्र सरकारों से मिलने वाला बकाया है जो काफी समस से रुका हुआ था। इसके अलावा, अडानी पॉवर की डीलिस्टिंग को रद्द होने का भी कंपनी के शेयरों में रैली देखने को मिल रही है।
जीसीएल सिक्योरिटीज के वाइस चेयरमैन रवि सिंघल ने अडानी पॉवर के शेयर में तेजी के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अडानी पॉवर के शेयरों में तेजी के दो मुख्य कारण है, पहला ग्रीन एनर्जी स्पार्किंग वैल्यू बायिंग में इंवेस्मेंट और राजस्थान एवं महाराष्ट्र सरकारों द्वारा किया गया भुगतान जोकि काफी समय से बकाया था। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहे हैं और कंपनी ने हाल ही में ग्रीन एनर्जी में निवेश किया है।
इसके अलावा, कंपनी को राजस्थान और महाराष्ट्र राज्य सरकारों से आंशिक भुगतान मिला है, जिससे कंपनी के कर्ज में कमी आएगी। सिंघल ने यह भी कहा कि अडानी पॉवर के शेयरों की डीलिस्टिंग को रद्द करने से भी स्टॉक मार्केट कंपनी के शेयरों को फायदा हुआ है। इसका कारण यह भी कि ताजा डीलिस्टिंग अधिक कीमत पर होगी जैसा कि वेदांता के मामले में देखने को मिला था।
तकनीकी कारणों की वजह से भी अडानी पॉवर के शेयरों को बीते चार दिनों से सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। एसएमसी के वरिष्ठ शोध विश्लेषक मुदित गोयल ने कहा कि अडानी पावर के शेयर ने 150 रुपए का मुश्किल स्तर पार कर लिया है। उन शेयर होल्डर्स को सलाह है कि वो 150 रुपए पर स्टॉपलॉस बनाए और 190 रुपए पर प्रोफिट बुक करें। वहीं दूसरी ओर जीसीएल सिक्योरिटीज के रवि सिंघल ने बताया कि 6-8 महीनों में अडानी पावर के शेयर की कीमत 255 रुपए तक जा सकती है। इसलिए, अगर कोई अडानी पावर के शेयर खरीदता है, तो उसे लंबे समय तक बनाए रखना चाहिए।