Gauri Lankesh Murder Case: सामाजिक कार्यकर्ता एवं पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एसआईटी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। एसआईटी ने एक वक्तव्य में कहा कि ऋषिकेश देवदिकर उर्फ मुरली (44) फरार चल रहा था, उसे गुरुवार को झारखंड के धनबाद जिले के कतरास में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया।
क्या है मामला: जांच दल के मुताबिक आरोपी, लंकेश की हत्या की साजिश का हिस्सा है और वह इस मामले में 18 वां आरोपी है। एसआईटी ने कहा, ‘‘सबूतों के लिए उसके घर की तलाशी ली जा रही है और उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।’’ वाम रूझान वाली पत्रकार लंकेश की पांच सितंबर 2017 को उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
दक्षिणपंथी विचारधारा: उनकी हत्या का संदेह एक ऐसे समूह के सदस्य पर गया था जो दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रेरित था। जांचकर्ताओं ने कहा कि समूह ने ऐसे लोगों की सूची तैयार की थी जिनकी वह हत्या करना चाहता था और उस सूची में रंगकर्मी गिरिश कर्नाड और तर्कवादी के.एस. भगवान का भी नाम था।
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पुलिस का बयान: एसआईटी को पता चला कि लंकेश की हत्या की साजिश उसी दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों ने रची जिन पर तर्कवादी एम.एम.कलबुर्गी की हत्या का आरोप है। बताया जा रहा है कि लंकेश की हत्या में कुल 18 लोगों के नाम अभी तक सामने आए हैं। इनमें अमोल काले की भूमिका प्रमुख थी।
ऐसे हुई थी हत्या: पुलिस के मुताबिक, तीन संदिग्ध गौरी के घर में घुसे और उन पर नजदीक से गोलियां चलाईं थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। गौरी सांध्य मैगजीन लंकेश पत्रिका की संपादक थीं। 55 वर्षीय लंकेश दक्षिणपंथी संगठनों के खिलाफ मुखर थीं।
