कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह से बुधवार को पार्टी हेडक्वार्टर में गौरक्षा दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। “सर्वदलीय गौ रक्षा मंच” से आए इन कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह से गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कराने, साथी ही गोवध पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए मदद मांगी। सिंह ने उन लोगों को अपने ऑफिस में बुलाया और इस मुद्दे पर बात की।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से गौरक्षा के समर्थन में रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने 1930 में इस संबंध में एक प्रस्ताव भी पास किया था, जिसके तहत गोवध पर प्रतिबंध लगाया गया था। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की सरकार ही थी जब अधिकतर राज्यों में गोवध पर रोक लगाई गई थी। गौरक्षक दल के इन लोगों ने दिग्विजय सिंह को एक ज्ञापन भी सौंपा।
अपने ज्ञापन में इस गौरक्षक दल की मांग है कि, जिस तरह बाघ जैसे मांसाहारी जानवर को राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया है, ठीक वैसे ही शाकाहारी पशु गाय को भी राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया जाए। इसके अलावा ज्ञापन में देशभर में गोवध पर पूरी तरह बैन लगाने की भी मांग की गई। सर्वदलीय गौरक्षक दल के मुताबिक, पुराने वक्त में तमाम मुस्लिम शासकों ने गोहत्या पर प्रतिबंध लगा रखा था, वहीं हिन्दू राजा तो गौभक्त और उसके पुजारी माने जाते थे।

