गरुड़ पक्षी अधिकतर अकेला आसमान की ऊंचाइयों पर उड़ान भरता है। वह अन्य गरुड़ पक्षियों के साथ तो कभी-कभी देखा जा सकता है लेकिन कभी भी चिड़िया, कौए जैसे छोटे पक्षियों के साथ उड़ान नहीं भरता है। इससे आप यह सीख सकते हैं कि हमें छोटी सोच के लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। अगर आप उनके साथ रहेंगे तो वे आपको अपने स्तर पर ही ले आएंगे। इसलिए हमेशा अपने जैसी या ज्यादा जानकारी रखने वाले व्यक्तियों की ही संगत करनी चाहिए।

माना जाता है कि गरुड़ कभी मरे हुए जानवर को नहीं खाता है। यह पक्षी अपना शिकार खुद करता है और खाता है। इससे यह सिख लेनी चाहिए कि अतीत की उपलब्धियां अधिक समय तक नहीं रहती हैं। आपको हमेशा अपनी उपलब्धियों को लगातार अर्जित करते रहना होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो आप अपने साथियों से बहुत पीछे रह जाएंगे।

गरुड़ पक्षी कभी भी तूफानों से घबराते नहीं हैं बल्कि उत्साहित होते हैं। इसी तरह आपको भी अपनी चुनौतियों को देखकर घबराना नहीं है बल्कि साहसपूर्ण तरीके से उनका सामना करना चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि हर चुनौती अपने साथ नए अवसर लेकर आती है। इन्हीं चुनौतियों से लड़कर आप खुद को अन्य लोगों के सामने साबित कर पाएंगे। इसलिए चुनौतियों को देखकर घबराने की जगह हमेशा उत्साहित होना चाहिए।