प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कुछ दिनों पहले जब उन्होंने गणेश पूजन में हिस्सा लिया तो इसके बाद से ही कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के लोग बुरी तरह भड़के हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार वाले कर्नाटक में भगवान गणेश की प्रतिमा को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक से आई तस्वीरों से पूरा देश विचलित हुआ है।

मोदी ने कहा कि यह सोच बहुत नफरत भरी है और समाज में जहर घोलने वाली ऐसी मानसिकता हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है।

भुवनेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गणेश उत्सव में सभी वर्गों के लोग शामिल होते हैं। मोदी ने कहा कि बांटो और राज करो की नीति पर चलने वाले अंग्रेजों की नजरों में भी उस समय गणेश उत्सव खटकता था और आज भी समाज को बांटने और तोड़ने में लगे सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है।

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सीजेआई के घर पहुंचे थे पीएम मोदी

याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में सीजेआई चंद्रचूड़ के घर पर गणपति पूजा समारोह में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसकी जानकारी अपने X हैंडल पर दी थी। इसका जो वीडियो सामने आया था, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी भगवान गणेश की पूजा करते हुए दिखाई दिए थे।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में परंपरागत रूप से पहनी जाने वाली टोपी भी पहनी थी। जैसे ही यह वीडियो सामने आया था तो सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा हो गया था।

सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण से लेकर शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेता संजय राउत, राजद सांसद मनोज झा और सोशल मीडिया पर सक्रिय कई लोगों ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को सीजेआई के घर नहीं जाना चाहिए था। तब यह सवाल उठा था कि इस पर आखिर इतना विवाद क्यों हो रहा है?

यहां बताना जरूरी होगा कि सीजेआई चंद्रचूड़ मूल रूप से महाराष्ट्र के ही रहने वाले हैं और गणेश पूजा का उत्सव महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। महाराष्ट्र के बाहर भी कई गांवों, शहरों, मोहल्लों में गणपति पूजन का त्यौहार मनाया जाता है।

शिवसेना के नेता संजय राउत का कहना था कि सीजेआई को शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से जुड़े मामले में खुद को अलग कर लेना चाहिए क्योंकि महाराष्ट्र के लोगों को लगता है कि क्या उन्हें न्याय मिलेगा या नहीं? राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने पीटीआई से बातचीत में कहा था कि गणपति पूजा पूरी तरह व्यक्तिगत मामला है और अगर आप कैमरा लेकर वहां जाते हैं तो इससे जो संदेश आता है वह असहज करता है।

बीजेपी ने दिया था जोरदार जवाब

विपक्ष के द्वारा सवाल उठाए जाने पर बीजेपी ने इसका जोरदार जवाब दिया था। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था तो इसमें भारत के तत्कालीन सीजेआई केजी बालाकृष्णन शामिल हुए थे।