Gandhi Dham Express Train Fire: गुजरात के गांधी धाम से असम के कामख्या जाने वाली गांधी धाम एक्सप्रेस ट्रेन के कुछ डिब्बों में बुधवार को आग लग गई। न्यजू एजेंसी PTI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गांधी धाम एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों में आग लगने की यह घटना असम के बोंगईगांव में हुई। आग लगने की वजह वजह मैकेनिकल फॉल्ट बताई जा रही है।

असम की लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गांधी धाम एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगते ही रेलवे के कर्मचारी हरकत में आ गए और उन्होंने सैकड़ों जिंदगियों को बचा लिया। यह घटना तब हुई, जब ट्रेन माजगांव पार कर रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रेक्स में टेक्निकल एरर या ह्यूमन एरर की वजह से अचानक आग लग गई। 

रेलवे ने ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के तहत 84,119 बच्चों को बचाया

RPF ने बीते सात सालों में रेलवे स्टेशन और रेलगाड़ियों से 84,119 बच्चों को गलत हाथों में जाने से बचाया है।रेल मंत्रालय ने बताया कि आरपीएफ पिछले सात साल से ‘नन्हे फरिश्ते’ नाम से चलाये जा रहे अभियान में अग्रणी रहा है। यह मिशन विभिन्न भारतीय रेलवे जोन में देखभाल और संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों के लिए है।

रेल मंत्रालय ने बताया कि 2018 में ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ की शुरुआत हुई। इस वर्ष, आरपीएफ ने कुल 17,112 पीड़ित बच्चों को बचाया, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं। बचाए गए 17,112 बच्चों में से 13,187 बच्चों की पहचान भागे हुए बच्चों के रूप में की गई जबकि 2105 लापता पाए गए, 1091 बच्चे बिछड़े हुए, 400 बच्चे निराश्रित, 87 अपहृत, 78 मानसिक रूप से कमजोर और 131 बच्चे बेघर पाए गए।

रेल मंत्रालय ने बताया कि साल 2019 में कुल 15,932 बच्चों को बचाया गया जिनमें से 12,708 भागे हुए, 1454 लापता, 1036 बिछड़े हुए, 350 निराश्रित, 56 अपहृत, 123 मानसिक रूप से कमजोर और 171 बेघर बच्चे थे। साल 2020 में RPF ने 5,011 बच्चों, 2021 के दौरान 11,907 बच्चों, 2022 में 17,756 और साल 2023 में 11,794 बच्चों को बचाया गया। इस साल शुरुआती पांच महीनों में 4,607 बच्चों को बचाया है। (इनपुट – PTI)