भारत में 9 से 10 सितंबर तक चलने वाली G20 समिट के लिए तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रमुख दिल्ली पहुंचेंगे। शिखर सम्मेलन के लिए पूरी दिल्ली में ज़ोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। अगले हफ्ते G20 शिखर सम्मेलन के दौरान राज्यों के प्रमुखों को दिल्ली और उसके आसपास ले जाने की तैयारी भी की जा रही है। जिसके तहत लगभग 450 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कर्मियों को VVIPऔर VIP के लिए बाएं हाथ की बुलेट-प्रूफ कार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ को लगभग 120 वाहन मिले हैं, जिनमें से लगभग 45 बुलेटप्रूफ हैं जिनका उपयोग विशेष रूप से राज्यों के प्रमुखों द्वारा किया जाएगा। 120 वाहनों में से लगभग 60 बाएं हाथ से चलने वाले वाहन हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा अर्धसैनिक बल को कारें प्रदान की गईं। अधिकारियों ने कहा कि 9 और 10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन में वीवीआईपी की आवाजाही के लिए सीआरपीएफ के कम से कम 400 जवानों को तैनात किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के डॉग स्क्वाड के साथ कम से कम 48 तोड़फोड़ रोधी टीमें (Anti-Sabotage Team) होटलों और आयोजन स्थलों की जांच करेंगी।

सभी अतिथि भारत सरकार की बुलेटप्रूफ लक्जरी कारों में चलेंगे

सुरक्षा कारणों से प्रत्येक राष्ट्राध्यक्ष को राजधानी में रहने के दौरान एक बुलेटप्रूफ कार सौंपी गई है। G20 समिट 9 और 10 सितंबर को है पर मेहमान शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले भारत आना शुरू कर देंगे। एक अधिकारी ने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति जैसे एक या दो राष्ट्राध्यक्षों को छोड़कर, जो अपना वाहन लाएंगे अन्य सभी अतिथि भारत सरकार द्वारा प्रदान की गई बुलेटप्रूफ लक्जरी कारों में चलेंगे। सीआरपीएफ को इस वाहन और अतिथि के काफिले में शामिल अन्य लोगों को चलाने का काम सौंपा गया है।

CRPF कर्मियों को दी गयी लेफ्ट-हैंड ड्राइव बुलेटप्रूफ वाहन चलाने की ट्रेनिंग

एक अधिकारी ने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों में, हमारे कर्मियों ने कुछ वाहनों में प्रशिक्षण लिया है जो हमें सौंपे गए थे। प्रशिक्षण के लिए सीआरपीएफ के जवान सबसे पहले ऑडी लेफ्ट-हैंड ड्राइव बुलेटप्रूफ वाहन में सवार हुए। बाद में हमें मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू की कारें भी मिलीं। पिछले हफ्ते जेनेसिस कारों के एक बेड़े को भी प्रशिक्षण के लिए शामिल किया गया था। ये वही वाहन हैं जिनका उपयोग मेहमानों को ले जाने के लिए किया जाएगा।”

एक अधिकारी ने बताया कि सभी 450 ड्राइवर वो हैं जो पहले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) में काम कर चुके हैं. एसपीजी भारत का विशिष्ट सुरक्षा बल है, जो भारत और विदेशों में प्रधान मंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। समिट के दौरान नेताओं और प्रतिनिधियों को होटलों से बैठक स्थल तक ले जाने वाली कारों की आवाजाही की सुविधा के लिए विशेष गलियारे होंगे। अधिकारी ने कहा, “ये 850 उच्च प्रशिक्षित कर्मी वे हैं जो राष्ट्राध्यक्षों के करीब रहेंगे। देश में उतरने के बाद वे राष्ट्राध्यक्षों के साथ रहेंगे। ये सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा विंग से चुने गए सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार हैं।”