INDIA शब्द पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। अब कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने सोशल मीडिया वेबसाइट X पर पोस्ट कर दावा किया है कि राष्ट्रपति भवन की तरफ से 9 सितंबर को G20 डिनर के निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का प्रयोग किया गया है।
उन्होंने X पर पोस्ट किया, “तो ये खबर वाकई सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी20 डिनर के लिए ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है।” जयराम रमेश ने आगे कहा कि संविधान में अनुच्छेद 1 कहता है: “भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा”… लेकिन अब इस “राज्यों के संघ” पर भी हमला हो रहा है।
उन्होंने X पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इतिहास को विकृत करना जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया जो कि भारत है, वह राज्यों का संघ है। हम विचलित नहीं होंगे। जयराम रमेश ने इस पोस्ट में आगे कहा कि आखिरकार, INDIA में शामिल दलों का क्या उद्देश्य है? यह BHARAT है- सद्भाव, मैत्री, मेल-मिलाप और विश्वास लाएं। उन्होंने आगे कहा- जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!
RJD ने BJP पर कसा तंज
राजद के नेता मनोज झा ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि हमारे गठबंधन का नाम इंडिया रखने के बाद बीजेपी ने निमंत्रण ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ की जगह ‘रिपब्लिक ऑफ भारत’ के नाम से भेजना शुरू कर दिया है। संविधान का आर्टिकल 1 कहता है, “इंडिया जो कि भारत है”। ना तो आप हमसे भारत ले पाएंगे और ना ही इंडिया।
प्रमोद तिवारी पीएम की Schemes के नामकरण पर किए सवाल
कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, खेलो इंडिया जैसे नाम दिए हैं। अब वो इंडिया शब्द से डरे हुए हैं। संविधानस का आर्टिकल 1 कहता है कि इंडिया जो कि भारत है… यह नाम कैसे हटाया जा सकता है।
बीजेपी ने पूछा- आपको शर्म क्यों आ रही है?
जयराम रमेश के दावे पर बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी तरुण चुग ने कहा कि भारत कहने या लिखने में दिक्कत क्यों है? आप शर्म क्यों महसूस कर रहे हैं, जयराम रमेश? हमारे राष्ट्र को प्राचीन काल से ही भारत कहा जाता रहा है और इसका उल्लेख हमारे संविधान में भी किया गया है। वे बिना वजह गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।