अनामिका सिंह
जी20 सम्मेलन के लिए आए विदेशी मेहमानों को भारतीय संस्कृति और परंपरा से रूबरू करवाने के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) में प्रदर्शनी ‘रूट एंड रूट्स’ का आयोजन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी कई मायनों में इसलिए भी खास है कि यहां पुरातात्विक महत्व की ‘एए’ ग्रेड की कलाकृतियां पहली बार चारदीवारी से बाहर निकालकर प्रदर्शित की जा रही हैं। प्रदर्शनी की नोडल एजंसी राष्ट्रीय संग्रहालय है। प्रदर्शनी में बारह संग्रहालयों से लाए गए पुरावशेषों को प्रदर्शित किया जा रहा है।
बता दें कि करीब दो सौ से अधिक कलाकृतियों, आभूषणों व सिक्कों के माध्यम से भारत के निरंतर विकासक्रम को दिखाए जाने की कोशिश की गई है। राष्ट्रीय संग्रहालय के करीब 124 पुरावशेषों को प्रदर्शनी में रखा गया है। यहां लगाए कई पुरावशेष ‘मास्टर पीस’ हैं, जिन्हें ‘एए‘ ग्रेड की श्रेणी में रखा जाता है इनकी कुल संख्या 66 है। प्रदर्शनी में उत्खनन में प्राप्त पुरावशेषों के साथ ही भारतीय इतिहास की जानकारी देतीं पेंटिंग, ज्वैलरी, सिक्के, पांडुलिपियां, सुसज्जा कला की वस्तुएं भी शामिल हैं।
खासकर मध्य एशियाई संकलन को यहां प्रदर्शित किया जा रहा है। ये पुरावशेष मौर्य काल से आधुनिक काल तक के हैं। इसके जरिए केंद्र सरकार सम्मेलन में भारतीय दर्शन, कलात्मक व सांस्कृतिक इतिहास को बताने की कोशिश कर रही है।साथ ही विदेशी मेहमानों को उनके परिवार के साथ इस प्रदर्शनी को देखने का मौका भी दिया जा रहा है।
‘वसुधैव कुटुंबकम’ का दिया जाएगा संदेश
जी20 सम्मेलन में आए अतिथियों का स्वागत करने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के बागवानी विभाग ने अपने क्षेत्र के पेड़ों को सजाने और फूलों से बने जी 20 बोर्ड को बनाने की शुरुआत कर दी है। करीब बीस फूलों के बोर्ड से नई दिल्ली को सजाया जाएगा। एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि पूरी नई दिल्ली में रणनीतिक स्थानों पर जी20 लोगो और स्लोगन – ‘वसुधैव कुटुंबकम : एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ को प्रमुखता से प्रदर्शित करने वाले 20 फूल बोर्ड स्थापित करने का कार्य शुरू हो चुका है।
इसके अलावा मेहमानों द्वारा अकसर आने-जाने वाले उच्च-यातायात क्षेत्रों में पड़ने वाले हजारों पेड़ों को फूलों से 8 से 10 सितंबर तक निर्धारित जी20 के मुख्य कार्यक्रमों के लिए सजाया जाएगा। इसके लिए बागवानी विभाग के 1200 समर्पित कर्मचारियों को लगाया गया है। जो दिन-रात अथक प्रयास कर शहर की हरियाली व सुंदरता को दिखाने में जुटे हुए हैं।
मालूम हो कि एनडीएमसी ने पहले से ही अपनी सड़कों, चौराहों, बाजारों, फ्लाईओवरों और सार्वजनिक क्षेत्रों को 1 लाख से अधिक गमलों में लगे पौधों से सुशोभित किया है।, जो अत्याधुनिक एनडीएमसी हाई-टेक नर्सरी में उगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त उनकी हरित पहल के कारण 3 हजार से अधिक पेड़ और प्रभावशाली 9 लाख पौधे लगाए गए हैं जो फुटपाथों, सड़कों के किनारों, गोलचक्करों की सुंदरता बढ़ा रहे हैं।