भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमेनिका की कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उसे अदालत से अंतरिम जमानत मिल गई है। अब वो इलाज के लिए एंटीगुआ और बरबुडा जा सकेगा। मेहुल के लिए ये फैसला इस वजह से भी बड़ा है क्योंकि अभी तक वो डोमेनिका की जेल में ही बंद था। अपने बचाव के लिए उस शिद्दत से हाथ-पैर नहीं मार पा रहा था, जिसकी अभी उसे दरकार है।
हालांकि, कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि ये अंतरिम जमानत केवल उसकी सेहत को देखकर दी गई है। वो इलाज के लिए एंटीगुआ जा सकता है। लेकिन ठीक होने के बाद उसे वापस डोमेनिका लौटना होगा। कोर्ट ने उसे मेडिकल ग्राउंड पर ही जमानत दी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उसके लिए ये बहुत बड़ी राहत है। अब वो बाहर रहकर अपने बचाव के लिए पुरजोर कोशिश कर सकेगा। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि फिलहाल उसे भारत लाने की कोशिशों को भी झटका लगेगा, क्योंकि मेहुल की बीमारी को देखकर अदालत ने उसे मर्सी ग्राउंड पर बड़ी राहत जो दे दी है।
Dominica Court grants interim bail to fugitive diamantaire Mehul Choksi on medical grounds to travel to Antigua & Barbuda. Bail granted strictly for medical treatment in Antigua. Interim bail granted till he's certified fit to travel, after that he has to return to Dominica. pic.twitter.com/BCey7gl0ED
— ANI (@ANI) July 12, 2021
मेहुल एंटीगुआ और बारबुडा में 2018 से रह रहा था। 62 वर्षीय हीरा कारोबारी 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में भारत में वांछित है। चोकसी एंटीगुआ से अचानक लापता हो गया था। बाद में वो डोमेनिका में पाया गया।
डोमेनिका पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद चोकसी ने आरोप लगाया था कि डोमिनिका में अवैध प्रवेश के लिए उसकी गिरफ्तारी भारत सरकार के इशारे पर हुई। उसने अपने खिलाफ कार्यवाही रद्द करने की मांग करते हुए रोसीयू के उच्च न्यायालय में एक मामला दर्ज कराया था। उसके बाद से वो लगातार जमानत के लिए कोर्ट से दरखास्त कर रहा था, लेकिन बेल नहीं मिल पा रही थी।
मेहुल को मामले में एक संदिग्ध महिला का नाम भी सामने आया था। चोकसी का कहना था कि उसकी एक महिला मित्र को ढाल बनाकर भारत सरकार के इशारे पर उसे दबोचा गया। हालांकि, महिला का कहना था कि उसका मेहुल की गिरफ्तारी में हाथ नहीं है। उसने हीरा कारोबारी को एक धोखेबाज दोस्त तक करार दिया।