Karnataka Bus Fare Hike: कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा कराने का चुनावी वादा किया था। सरकार ने शक्ति गारंटी स्‍कीम के नाम से योजना की शुरुआत की। हालांकि, सरकार पर आर्थिक बोझ काफी बढ़ गया है। अब सिद्दारमैया सरकार ने सरकारी बस का किराया 15 प्रतिशत तक बढ़ाने का फैसला किया है। अब इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि बीजेपी शनिवार को इस फैसले के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।

अशोक ने गुरुवार को मीडिया से बातचती में कहा कि उन्हें परिवहन विभाग को 4,000 करोड़ रुपये से ज्यादा देना है और उनके पास में पैसा नहीं है। इसलिए यह करना आसान काम था। वह इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने कहा कि पत्नी के लिए यह मुफ्त है, लेकिन पति के लिए दोगुना है। वे आयोग के लिए ऐसा कर रहे हैं, क्योंकि यह आयोग की सरकार है। शुक्रवार को मैं विरोध प्रदर्शन करूंगा और भारतीय जनता पार्टी शनिवार को राजव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।

बसों के किराये में बढ़ोतरी का मकसद?

अब बसों के किराये में बढ़ोतरी के पीछे के मकसद की बात करें तो कर्नाटक में बस किराए में 15 फीसदी की बढोतरी से हर महीने 74.85 करोड़ रुपये और सालाना करीब 784 करोड़ रुपये का ज्यादा रेवेन्यू मिलने के आसार हैं। इसका मकसद शक्ति स्कीम के लिए वित्तीय बोझ को कम करना है। पिछले साल शुरू की गई इस योजना पर सरकार कम से कम 417 करोड़ रुपये खर्च करती है।

एक मात्र बड़ा राज्य भी नहीं संभाल पा रही कांग्रेस?

बीजेपी ने लोगों को लूटने का आरोप लगाया

भारतीय जनता पार्टी के विधायक धीरज मुनिराजू ने कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर लोगों को लूटने का आरोप लगाया। मुनिराजू ने कहा कि इस सरकार द्वारा किसी का उपकार नहीं किया जा रहा है। वे 2,000 रुपये दे रहे हैं, लेकिन शहरी लोगों से 20,000 रुपये वापस ले रहे हैं और ग्रामीण लोगों से 5,000-6,000 रुपये से ज्यादा वापस लिए जा रहे हैं। वे लोगों को लूट रहे हैं। वे महिलाओं को बस में मुफ्त यात्रा करा रहे हैं, लेकिन पुरुषों से दोगुने से ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। बता दें कि नया किराया 5 जनवरी से लागू होगा। क्या है कर्नाटक का MUDA घोटाला पढ़ें पूरी खबर…