तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पास श्रीपेरंबदूर इलाके में महिला कर्मचारियों के लिए फॉक्सकॉन कंपनी ने आवास बनाया है। यह आवास 706 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। कंपनी के चेयरमैन यंग लियू ने बीते शनिवार को इस आवासीय परिसर के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि उनकी कंपनी की उत्पादन में विवाहित महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस विशाल आवासीय परिसर का उद्घाटन किया।

706 करोड़ की लागत से बने इस 10 मंजिला आवास में कुल 13 ब्लॉक हैं। जिसमें कुल 18,720 कर्मचारी रह सकते हैं। 20 एकड़ में फैले इस आवास को हॉस्टल की तरह से बनाया गया है। उद्घाटन के मौके पर लियू ने इस बात पर जोर दिया कि विवाहित महिलाएं फॉक्सकॉन की विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। यहां पर कई महिलाएं छोटे शहर से आती हैं।

वहीं उद्घाटन के मौके पर स्टालिन ने कहा कि फॉक्सकॉन 41,000 कर्मचारियों को रोजगार देता है। जिसमें 85 फीसदी से ज्यादा यानी 35,000 के करीब महिला कर्मचारी हैं। वहीं स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में महिलाएं पुरुष की बराबर ही नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में तो अग्रणी भी हैं। खास तौर पर अत्याधिक उत्पादन और औरद्योगिक क्षेत्र में। वहीं सीएम ने यह भी कहा कि देशभर में सबसे ज्यादा महिलाएं तमिलनाडु में कार्य करती हैं। 41 फीसदी महिला कार्यबल के साथ भारत में सबसे अग्रणी राज्य है।

चीन के बाद भारत में सबसे ज्यादा कर्मचारी

इस मौके पर तमिलनाडु राज्य उद्योग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फॉक्सकॉन की कंपनियों में सबसे ज्यादा काम लोग चीन में करते हैं। जबकि दूसरे नंबर पर भारत है। वहीं भारत में सबसे अधिक संख्या तमिलनाडु में है। फॉक्सकॉन द्वारा बनवाए गए इस आवासीय भवन में 1170 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यहां पर 4000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक बड़ा इनडोर खेल, आउटडोर खेल समेत विभिन्न खेलों के लिए कोर्ट का भी निर्माण किया गया है।

2021 में महिलाओं ने किया था विरोध प्रदर्शन

वहीं तमिलनाडु सरकार की मानें तो साल 2021 में फॉक्सकॉन में काम करने वाली महिला कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। विरोध के बाद इस फैक्ट्री को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा था। स्थिति को देखते हुए फॉक्सकॉन ने तमिलनाडु सरकार के साथ मिलकर अपने कामों सुधार ला रहे हैं।

(अरुण जनार्दनन की रिपोर्ट)