Mumbai: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक शख्स को फर्जी ड्रग्स मामले में फंसाने की कोशिश का मामला सामने आया है। पुलिसकर्मियों ने एक निर्दोष व्यक्ति को फंसाने की कोशिश की लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने सारे राज उगल दिए और अब चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। फुटेज में आरोपी पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को हिरासत में लेने से पहले उसे कथित तौर पर ड्रग्स देते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने चारों को सस्पेंड करने के बाद में विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह पूरा का पूरा घटनाक्रम शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें दो पुलिसकर्मी एक व्यक्ति की तलाशी लेते नजर आ रहे थे, जबकि दो वहां पर मौजूद थे। इस वीडियो में व्यक्ति की तलाशी ले रहे दो पुलिसकर्मियों में से एक अपनी जेब से कुछ निकालता हुआ और बाद में उसे व्यक्ति की जेब में रखता हुआ नजर आ रहा है। एक सूत्र ने बताया कि व्यक्ति को 20 ग्राम मेफेड्रोन मिलने के बाद में हिरासत में लिया गया था और सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद में पुलिस ने पूछताछ के बाद व्यक्ति को छोड़ दिया।
चार पुलिसकर्मी निलंबित
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस राजतिलक रोशन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में एक एसआई और तीन कॉस्टेबल हैं। वे ड्रग्स की जानकारी मिलने के बाद मौके पर छापा मारने पहुंचे थे। डीसीपी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में पुलिसकर्मी काम करते दिखे। उन्होंने छापा मारने के बाद में कानूनी प्रक्रिया का भी ध्यान नहीं रखा। इसलिए एक अधिकारी समेत चारों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिसवालों ने दी फंसाने की धमकी
पीटीआई के मुताबिक, शख्स ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने पहले उसे नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के मामले में फंसाने की धमकी दी। हालांकि, जब उन्हें पता चला कि उनकी हरकतें सीसीटीवी में कैद हो रही हैं तो उन्होंने उसे छोड़ दिया। वहीं उस शख्स के एक साथी ने बताया कि पुलिस ने एक बिल्डर के इशारे पर उसके दोस्त को निशाना बनाया गया। जिस प्लॉट पर यह घटना हुई, उसको लेकर उसके दोस्त का बिल्डर से विवाद चल रहा है।