आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार किए गए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम लोदी कॉलोनी स्थिति सीबीआई मुख्यालय में केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में हैं। वे अन्य आरोपियों की तरह सीबीआई मुख्यालय के लॉकअप में नहीं बल्कि सीबीआई गेस्ट हाउस के सुईट नंबर 3 में हैं।
द प्रिंट की खबर के अनुसार यहां गेस्ट हाउस में टेलीविजन, सोफा, डबल बेड और अटैच्ड बाथरूम की सुविधा है। सीबीआई के गेस्ट हाउस में तीन वीआईपी रूम हैं। इनका प्रयोग कभी कभी हाई प्रोफाइल आरोपी भी करते हैं। खबर के अनुसार सूत्रों का कहना है कि इन रूम का प्रयोग ट्रांजिट एकोमोडेशन से पहले आरोपी को लॉकअप में शिफ्ट करने से पहले किया जाता है।
खबर के अनुसार सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि एजेंसी एक दिन में 10-12 सवाल पूछ पा रही है। इसका कारण यह भी है कि अधिकतर सवालों के विस्तृत जवाब की जरूरत हैं। कुछ सवालों पर आरोपी कुछ दस्तावेजों के आधार पर विरोध भी कर रहा है। इसके बारे में स्टडी करने में अधिक समय लग रहा है।
कभी-कभी ऐसा भी होता है जब एक सवाल पर चर्चा में तीन-चार घंटे का समय भी लग जा रहा है। खबर के अनुसार सीबीआई के अन्य अधिकारी ने बताया कि जांच अधिकारी सुबह 9 बजे आते हैं। आरोपी को सवाल पूछने के लिए लाया जाता है। यह पूछताछ लॉकअप में नहीं होती है। जांच अधिकारी अपने सवालों की सूची के साथ आता है लेकिन कभी-कभी दूसरे सवालों पर भी पूछने लगता है।
सीबीआई मुख्यालय का लॉकअप 15X10 फीट का सेंट्रली एसी वाला कमरा होता है। इसमें एक तरह लोहे की सलाखें होती है। इसमें जमीन पर एक गद्दा, बोतलबंद पानी और अटैच्ड वेस्टर्न शौचालय सुविधा मिलती है। दीवार पर सीसीटीवी कैमरा लगा होता है। आरोपी चाहे वह शीर्ष उद्योगपति हो या फिर राजनेता इन्हीं लॉकअप में जमीन पर सोता है। वह हमेशा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होता है।
उसे सीबीआई कैंटीन में बना खाना दिया जाता है। आरोपी को न्यूजपेपर या टेलीविजन देखने या घर पर फोन करने की अनुमति भी नहीं होती है। खबर के अनुसार सीबीआई के एक सूत्र ने बताया आरोपियों को लॉकअप में न्यूजपेपर या टीवी उपलब्ध कराने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। उसके लिए सिर्फ एक गद्दा होता है और उसे भीतर ही खाना दिया जाता है। हालांकि, पूर्व वित्त मंत्री के साथ यह स्थिति नहीं है।
