रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के पूर्व प्रमुख विक्रम सूद ने पाकिस्तान को एक बनाना रिपब्लिक बताया और उनके सेना प्रमुख को ‘जिहादी जनरल’ कहा। एक इंटरव्यू में विक्रम सूद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना में ऐसे वैचारिक अधिकारी शामिल हैं जो दूसरों पर शासन करने की इच्छा रखते हैं।
अमेरिका-पाक संबंधों पर पूर्व रॉ प्रमुख विक्रम सूद ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “यह ट्रम्प की व्यक्तिगत नाराजगी से शुरू हुआ जब हमने उन्हें तथाकथित युद्धविराम का श्रेय देने से इनकार कर दिया। पाकिस्तानी घुटने टेक कर बोले कि धन्यवाद, मेरे प्रभु। आप नोबेल पुरस्कार के योग्य हैं। यही डीप स्टेट कर रहा होगा। वे नहीं चाहते कि भारत आर्थिक रूप से प्रगति करे। इसका कोई राष्ट्रवादी हित नहीं है क्योंकि जब भी हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं, वे इसे हिंदू राष्ट्रवाद बना देते हैं। डर यह है कि आपके पास चीन में एक बड़ी आर्थिक शक्ति है और भारत में एक और है। उन्होंने चीन से अपना सबक सीखा है।”
असीम मुनीर एक इस्लामी जिहादी जनरल- पूर्व रॉ प्रमुख
असीम मुनीर एक इस्लामी जिहादी जनरल है। हिंदू और मुसलमान एक साथ नहीं रह सकते। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई भारतीय जनरल ऐसा बोले? कभी नहीं। हमारे अधिकारी पेशेवर हैं। वे वैचारिक अधिकारी हैं। लेकिन, उनकी विचारधारा शासन करने की है और उनकी जीत- हार की परिभाषाएँ अलग हैं। अगर उन्होंने हमारी ज़मीन नहीं छोड़ी तो यह उनकी जीत है, भले ही लोग मारे गए हों।”
पढ़ें- रोहित गोदारा गैंग और दिल्ली पुलिस के बीच मुठभेड़
पाकिस्तान एक परमाणु हथियार से लैस बनाना रिपब्लिक है- विक्रम सूद
एशिया कप 2025 में ट्रॉफी को लेकर हुए नाटक और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मोहसिन नकवी द्वारा ट्रॉफी अपने साथ ले जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विक्रम सूद ने इसे बनाना रिपब्लिक की प्रतिक्रिया कहा। पूर्व रॉ प्रमुख ने एएनआई से कहा, “यह हास्यास्पद है। दुनिया में ऐसा कहीं भी नहीं होगा। यह एक ‘बनाना रिपब्लिक’ जैसी प्रतिक्रिया है। पड़ोसी होने के नाते हमें यही मिला है। एक परमाणु हथियार से लैस बनाना रिपब्लिक।”
विपक्ष और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों के आरोपों पर पूर्व रॉ प्रमुख विक्रम सूद ने कहा, ” जिस तरह से सोरोस हमारे बारे में बात कर रहे हैं, जिस तरह से वे यहां एनजीओ की मदद करते हैं और विपक्ष द्वारा दिए जा रहे राजनीतिक बयान, यह सब उनके और बाहरी लोगों के बीच गठबंधन का संकेत देता है। मुझे यकीन है कि संबंधित एजेंसियों को पता होगा। बाहर बैठकर, मुझे लगता है कि एक संबंध है। एक आंतरिक खतरा हमेशा बाहरी खतरे से बड़ा होता है।”