पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती हैं। फेफड़े में इंफेक्शन होने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। अस्पताल की ओर से बताया गया है कि फेफड़ों में संक्रमण की वजह से सेप्टिक शॉक की स्थिति पैदा हो गई है। पूर्व राष्ट्रपति की इस महीने की शुरुआत में ब्रेन सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से वह कोमा में हैं और उन्हें वेटिंलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।

आर्मी हॉस्पिटल की ओर से आज जारी किए गए बयान में बताया गया है कि प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा रही है। फेफड़ों में इंफेक्शन की वजह से वे सेप्टिक शॉक में हैं। डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम उनके इलाज में जुटी है। बुलेटिन में डॉक्टरों ने बताया कि 84 वर्षीय मुखर्जी की किडनी की कार्य प्रणाली भी थोड़ी अव्यवस्थित हो गई है। वह अभी भी कोमा में हैं और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।

सेप्टिक शॉक एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसमें रक्तचाप काम करना बंद कर देता है और शरीर के अंग पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने में विफल हो जाते हैं।

इससे पहले रविवार को अस्पताल ने उनका मेडिकल बुलेटिन जारी किया था। तब डॉक्टरों ने उनके फेफड़ों के संक्रमण के बारे में बताया था। बुलेटिन में कहा गया था कि उनका इलाज चल रहा है और वह हेमोडायनामिक रूप से स्थिर हैं।

बता दें मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में  2012 से 2017 तक पद पर रहे है। पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दिन उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी। जिसके बाद वे कोमा में चले गए थे। अस्पताल में भर्ती के दौरान की गई जांच में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई थी।