मणिपुर से एक हैरान करने वाली खबर आई है। पुलिस ने रविवार को बताया कि सैकुल के पूर्व विधायक यमथोंग हाओकिप की पत्नी चारुबाला हाओकिप की मणिपुर के कांगपोकपी जिले में उनके घर पर बम विस्फोट के बाद मौत हो गई। 59 वर्षीय चारुबाला हाओकिप मैतेई समुदाय से थीं और कुकी ज़ोमी प्रभुत्व वाले कांगपोकपी जिले के एकौ मुलम में रहती थीं। 64 वर्षीय यमथोंग हाओकिप ने 2012 और 2017 में दो बार कांग्रेस के टिकट पर सैकुल सीट से जीत हासिल की थी।

2022 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे पूर्व विधायक

2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। कांगपोकपी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे हुई लेकिन इसकी सूचना शनिवार सुबह मिली। उन्होंने कहा कि घर में स्थानीय रूप से निर्मित आईईडी रखा गया था।

पुलिस ने कहा कि जब मृतक ने कचरे को जलाया, तो उसमें विस्फोट हो गया। किसी अन्य की मौत या किसी और को चोट नहीं आई है। रविवार सुबह तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि संदेह है कि यह विस्फोट पारिवारिक विवाद का नतीजा था।

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पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

घटना पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूर्व विधायक ने अपने चाचा के पोते के बगल में कुछ जमीन खरीदी थी और उस पर विवाद था। हमें संदेह है कि यह उसी से संबंधित था। हम मामले की जांच कर रहे हैं।”

मणिपुर में फिर हिंसा

इस बीच मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले में उग्रवादियों और एक ही समुदाय के ग्रामीणों के बीच भीषण गोलीबारी हुई है। इसमें चार लोगों की मौत हो गई है। कई लोग घायल भी हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि 9 अगस्त को मोलनोम इलाके में हुई मुठभेड़ में यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (UKLF) का एक उग्रवादी और एक ही समुदाय के तीन ग्रामीण मारे गए थे।

मणिपुर में पिछले एक साल से जारी हिंसा

पिछले साल मई से मणिपुर में हिंसा जारी है। मैतेई समुदाय और मणिपुर के पड़ोसी पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। अभी तक हिंसक घटनाएं खत्म नहीं हुई हैं। इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं।