अपनी पत्नी को थप्पड़ जड़ने पर मेहरौली जिलाध्यक्ष आजाद सिंह को उनके पद से हटाने के बाद, उनकी पत्नी सरिता चौधरी को भी दिल्ली में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के संयोजक पद से हटा दिया गया है। दिल्ली भाजपा के महासचिव राजेश भाटिया ने चौधरी को एक पत्र लिखा, जिसमें कहा गया, “दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी के निर्देश पर आपको दिल्ली में ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ अभियान के संयोजक के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।”
मनोज तिवारी ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया, “पार्टी के समक्ष कुछ और वीडियो लाए गए थे जिसमें सरिता चौधरी को भी अपने पति को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है। इसलिए यह फैसला लिया गया। दोनों को पदों से हटा दिया गया है और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए समिति को इजाजत दी जाएगी।” वहीं, सरिता चौधरी ने द इंडियन एक्सप्रेस के किसी भी कॉल या संदेश का जवाब नहीं दिया है। भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी ने फैसले पर पहुंचने से पहले दोनों नेताओं के एक-दूसरे के खिलाफ कथित रूप से हिंसा और क्रॉस-एफआईआर दर्ज करने के वीडियो देखे।
पंत मार्ग में पार्टी के कार्यालय में चौधरी को थप्पड़ मारने के वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने आजाद सिंह को उनके पद से हटा दिया था। सिंह ने उस समय दावा किया था कि उनकी पत्नी ने भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। यह घटना तब हुई थी, जब जिला भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की अध्यक्षता में एक बैठक से लौट रहे थे। गौरतलब है कि उसके बाद अब तक भाजपा के नेताओं से जुड़ी तीन और घटनाएं हुई हैं, जिनमें किराड़ी, गोकुलपुरी और द्वारका में हिंसा या मौखिक हिंसा हुई। तिवारी ने सोमवार को द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि इस तरह की घटनाओं से सख्ती से निपटा जाएगा।
