कर्नाटक सरकार में मंत्री रहे और बीजेपी के वरिष्ठ नेता के.एस ईश्वरप्पा अपने एक बयान की वजह से फिर से सुर्खियों में आ गये हैं। दरअसल इसी साल फरवरी में के.एस ईश्वरप्पा ने कहा था कि एक दिन ऐसा आयेगा जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का झंडा राष्ट्रीय ध्वज बनेगा। इसके तीन महीने बाद अब उन्होंने अपनी इसी बात को फिर से दोहराया है। जिसके बाद से कर्नाटक में राजनीतिक माहौल गर्म हुआ है।
उन्होंने कहा कि भगवा राष्ट्रीय ध्वज बनेगा, इसमें इसमें कोई शक नहीं है। बता दें कि के.एस ईश्वरप्पा ने यह बयान 29 मई को दिया था। के. एस. ईश्वरप्पा ने कहा, “भगवा के प्रति सम्मान न तो कल से है और न ही आज से। हजारों साल पहले से इसका सम्मान किया जाता रहा है। भगवा झंडा त्याग की निशानी है। RSS का झंडा किसी दिन राष्ट्रीय ध्वज बनेगा इसमें इसमें कोई शक नहीं है।”
उन्होंने कहा, “बलिदान की भावना को लाने के लिए RSS भगवा ध्वज को सामने रखकर पूजा करता है। संविधान के अनुसार तिरंगा राष्ट्र ध्वज है और तिरंगे को जो सम्मान देना चाहिए वह हम देते हैं।
पहले भी दिया था बयान: बता दें कि उन्होंने ऐसा ही बयान फरवरी 2022 में भी दिया था। जिसके बाद खूब हंगामा मचा था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि भगवा तिरंगे की जगह एक दिन लेगा लेकिन ये जल्द तो नहीं होगा, इसमें लंबा वक्त लग सकता है लेकिन आने वाले समय भगवा झंडा लाल किले पर लहराएगा।
बता दें कि उनके इस बयान पर 9 फरवरी को कर्नाटक विधानसभा में हंगामा भी हुआ था। कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बताते हुए ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग भी की थी।
उस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ईश्वरप्पा का बचाव करते हुए कहा था कि ईश्वरप्पा ने यह नहीं कहा कि तुरंत भगवा झंडा लाल किले पर फहराया जाएगा उन्होंने कहा है कि ऐसा अगले 300 या 500 वर्षों में हो सकता है और नहीं भी।