कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और अब बीजेपी नेता एसएम कृष्णा ने पार्टी छोड़ने की बात उजागर की। मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहे कृष्णा ने शनिवार को मैसूर में कहा कि राहुल गांधी के लगातार दखल की वजह से उन्हें कांग्रेस छोड़नी पड़ी। एसएम कृष्णा ने कहा कि कि राहुल ने उन्हें पार्टी छोड़ने पर मजबूर किया।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बीजेपी नेता कृष्णा ने कहा कि यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहते हुए उन्हें लगातार राहुल गांधी का हस्तक्षेप झेलना पड़ता और उनके लिए यह असहनीय हो गया था। पूर्व कांग्रेसी नेता ने कहा, “10 साल पहले राहुल गांधी सिवाय सांसद के कुछ नहीं थे। वह पार्टी के किसी पद पर भी नहीं थे। लेकिन, उनका हर मामलों में हस्तक्षेप था। यहां तक कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे लेकिन उनको बताए बिना भी कई मामलों पर संज्ञान ले लिया जाता था।” एसएम कृष्णा ने कहा कि कांग्रेस उनके साथी दलों (यूपीए) पर कोई नियंत्रण नहीं था। यही वजह थी कि उस वक्त 2जी स्पेक्ट्रम से लेकर कॉमनवेल्थ और कोयला घोटाले हुए। उन्होंने इसके पीछे लीडरशिप का अभाव बताया।

एसएम कृष्णा ने बताया कि यूपीए सरकार के दौरान मनमोहन सिंह का कैबिनेट और सरकार पर कोई नियंत्रण नहीं था। सब कुछ राहुल गांधी के कंट्रोल में था और वह अतिरिक्त संवैधानिक संस्था की तरह बर्ताव कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2009-14 तक यूपीए सरकार में हुए तमाम सही एवं गलत कार्यों के लिए वह भी खुद बराबर के जिम्मेदार हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2009-14 के बीच कांग्रेस की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की। गौरतलब है कि एसएम कृष्णा फिलहाल बीजेपी में हैं। लेकिन, सक्रिय रूप से राजनीतिक मंचों पर काफी कम दिखाई देते हैं। हालांकि, पिछली बार विधानसभा चुनाव में उन्होंने सिद्धारमैया के खिलाफ बीजेपी के लिए प्रचार किया था।