भारत सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले को विदेशी मीडिया ने ‘भ्रष्टाचार पर सबसे बड़ी कार्रवाई’ बताया है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, कुछ विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने 500 यूरो (575 $) डॉलर का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था। ऐसे कुछ अवैध कामों को रोकने के लिए किया गया था। खबरों में कहा जा रहा है कि मोदी सरकार ने उसी तर्ज पर यह फैसला लिया है। रिपोर्ट्स में इसे मोदी द्वारा चुनावी वादों को पूरा करने की कोशिश बताया है। लिखा गया है कि मोदी ने चुनाव से पहले कर चोरी रोकने और अवैध आय को रोकने की जो बात की थी उसे वह अब अपना आधा कार्यकाल पूरा होने पर पूरा कर रहे हैं। रिपोर्ट्स में कई सीनियर बिजनेसमैन का बयान भी दिया गया है। IIFL Holdings Ltd. के चेयरमैन निर्मल जैन ने इसे काले धन पर लगाम लगाने वाला बड़ा कदम बताया।
वीडियो: आप अपने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों के साथ क्या करें, जानने के लिए वीडियो देखें
गौरतलब है कि सरकार ने काले धन पर लगाम लगाने के लिए मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए 500 और 1000 रुपए के नोट पर रोक लगा दी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अब 500 और 2000 के नए नोट जारी करेगी। मंगलवार को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा कि नए नोट जल्द से जल्द सरकुलेट कर दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि आज आधी रात से 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए जाएंगे।
वीडियो: 500 और 1000 के नोट बंद, क्या होगा इसका असर?
नौ और 10 नवंबर के बीच एटीएम से पैसे निकालने की बंदिश होगी। 11 नवंबर तक अस्पतालों में पुराने नोट दिए जा सकेंगे। 9 और 10 नवंबर को एटीएम नोट काम नही करेंगे। 72 घंटे तक पुराने नोट से रेलवे, सरकारी बसों और एयरपोर्ट पर टिकट खरीद सकेंगे। वहीं बैंक ट्रांजेक्शन जारी रहेगा। ऑनलाइन पेमेंट, डेबिट, क्रेडिट और डिमांड ड्राफ्ट से भुगतान भी जारी रहेगा। नौ नवंबर को सारे बैंक बंद रहेंगे। आगे से ये सिर्फ कागज का टुकड़ा रह जाएंगे। पुराने नोट के बंद होने के बाद और जो नए नोट जारी किए जाएंगे।