देश की सबसे तेज ट्रेन बताई जा रही गतिमान एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। दिल्ली से आगरा के बीच 195 किमी की दूरी में मार्च 2017 तक बाड़बंदी करने का फैसला किया गया है। इस बाड़बंदी को मोटामोटी खर्च करीब 70 करोड़ रुपए के आसपास होने की उम्मीद है। देश में ऐसा पहली बार होगा जब किसी ट्रेन के पूरे रूट पर ट्रैक के दोनों ओर बाड़ लगाई जाएगी।
चूंकि पूरी बाड़बंदी की समयसीमा मार्च 2017 तय की गई है, इसलिए रेलवे ने इस साल ट्रेन चलाने के लिए पहचाने गए ‘असुरक्षित जगहों’ पर ‘मजबूत बाड़बंदी’ करने का फैसला किया है। सूत्रों का कहना है कि पूरे रूट में जिन असुरक्षित जगहों की पहचान की गई है, वे साठ किमी के दायरे में फैले हुए हैं। इन जगहों की स्लीपर, कंटीले तारों, कॉन्क्रीट दीवारों से बाड़बंदी की जा चुकी है। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ”मवेशियों को ट्रैक पर आने से रोकना सबसे बड़ी चिंता की बात है। पूरे रूट की बाड़बंदी करने का फैसला शुरुआती तौर पर इसी चिंता पर आधारित है।” सिर्फ सीमित जगहों पर बाड़बंदी के साथ इन ट्रेन को चलाने के फैसले को लेकर रेलवे अफसरों के मन में चिंताएं भी हैं।
बाड़बंदी के अलावा 69 लेवल क्रॉसिंग को भी हटाया जाना है। ये क्रॉसिंग इस ट्रेन के सुचारू संचालन की राह में रोड़े हैं। अगले तीन से पांच साल के अंदर सभी लेवल क्रॉसिंग को ग्रेड सेपरेटर्स से बदलने के लिए कहा गया है। रेलवे बोर्ड हर साल इस दिशा में हो रही प्रगति पर नजर रखेगा। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) ने हाल ही में इस रूट पर 12 कोच वाली ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने के लिए ‘शर्तों के साथ मंजूरी’ दी है। नॉर्दन रेलवे और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे अब इस ट्रेन को चलाने की आखिरी तैयारियां कर रहा है। ट्रेन के जरिए आगरा से दिल्ली के बीच की दूरी 105 मिनट में तय की जाएगी। अधिकारी इस ट्रेन को नई दिल्ली स्टेशन के बजाए निजामुद्दीन से शुरू करने की योजना बना रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा करने से पूरी दूरी तय करने में सिर्फ 100 मिनट लगेंगे।