असम में बाढ़ से हालात बहुत बदतर बनते जा रहे हैं। अब तक 4.88 लाख से ज़्यादा लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 3 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग की ओर से अलग-अलग हिस्सों में बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। राज्य भर में प्रमुख नदियाँ उफान पर हैं। शुक्रवार शाम को केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि नेमाटीघाट (जोरहाट) में ब्रह्मपुत्र खतरे की लाइन से ऊपर बह रही है। पुथिमारी और पगलादिया नदियों का नलबाड़ी जिलों में लाल निशान को पार कर गया है।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों से सतर्क रहने और राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तूफान के बारे में अपडेट रहने को कहा गया है। एक आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक 16 जिलों के 4.88 लाख से अधिक लोग इस समय बाढ़ से जूझ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल बाढ़ से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है.सबसे ज्यादा प्रभावित बजाली उपमंडल हुआ है जहां 2.67 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नलबाड़ी और बारपेटा जिले भी गंभीर रूप से प्रभावित हैं, जहां लगभग 80,000 और 73,000 लोग प्रभावित हैं। 140 राहत शिविरों में 35,000 से ज्यादा लोग रह रहे हैं. अन्य 75 राहत वितरण केंद्र भी कार्यरत हैं।
सरकार लगातार हालत पर नज़र बना रही है। अब तक बड़ी तादाद में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम जारी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), नागरिक सुरक्षा, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) तथा स्थानीय लोग राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटे में बिस्वनाथ, दरांग और कोकराझार जिलों में तटबंध या तो टूट गये हैं या क्षतिग्रस्त हो गये हैं।