Manipur Violence: सुरक्षा बलों ने मणिपुर में विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े पांच उग्रवादियों को तीन जिलों में जबरन वसूली की गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन ‘प्रेपक’ की दो सक्रिय महिला उग्रवादियों को बृहस्पतिवार को इंफाल पूर्व जिले के नगरियान नाका जांच चौकी के पास से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि ये लोगों से जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल थे। उनके पास से गैरकानूनी संगठन के 15 मांग पत्र बरामद किए गए।
अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन ‘प्रेपक (प्रो)’ के दो सदस्यों को बृहस्पतिवार को काकचिंग जिले के पंगलताबिन और बिष्णुपुर के चैरेल मंगजिंग से गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन ‘यूपीपीके’ के स्वयंभू सदस्य लांस कॉर्पोरल को शुक्रवार को इंफाल पूर्वी जिले के लाइफाम खुनौ इलाके से गिरफ्तार किया गया।
वहीं, मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के दो साल से भी ज़्यादा समय बाद अब खबरें हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य का दौरा कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री 13-14 सितंबर को असम और मिजोरम जाएंगे। इस दौरान ही वे मणिपुर भी जा सकते है। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
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मणिपुर के एक सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री का राज्य दौरा जल्द ही होने वाला है। हम अभी सटीक तारीख नहीं बता सकते क्योंकि अंतिम घोषणा करने से पहले कई कारकों को ध्यान में रखना होगा लेकिन वह राज्य का दौरा कर रहे हैं। बता दें कि विपक्ष अक्सर पीएम मोदी पर मणिपुर न जाने को लेकर सवाल उठाता रहा है।
मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से सुरक्षा बल मणिपुर में तलाशी अभियान चला रहे हैं। मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए। मुख्यमंत्री पद से एन बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
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(भाषा इनपुट के साथ)