कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व वित्‍त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की कंपनियों के दफ्तरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसरों ने मंगलवार को छापे मारे। बताया जा रहा है कि ये छापेमरी टेलिकॉम घोटाले के एयरसेल-मैक्सिस केस से जुड़ी हुई है। आरोप है कि पूर्व टेलिकॉम मिनिस्टर दयानिधि मारन के भाई की कंपनी सन टीवी नेटवर्क के जरिए कई फर्म्स को पैसा ट्रांस्‍फर किया गया। इनमें कार्ति चिदंबरम की भी कंपनियों के नाम हैं। उधर, इस कार्रवाई से नाराज पी चिदंबरम ने सरकार पर उन्‍हें और उनके परिवार को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया। चिदंबरम ने कहा, ”अगर सरकार मुझे निशाना बनाना चाहती है तो उन्‍हें सीधे तौर पर ऐसा करना चाहिए। उन्‍हें मेरे बेटे के दोस्‍तों को परेशान नहीं करना चाहिए, जो अपने बूते पर बिजनेस कर रहे हैं। उनका राजनीति से कोई सरोकार नहीं है। मैं और मेरा परिवार सरकार की ओर से चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण हमले के लिए तैयार हैं। हमने पहले भी बार बार यह साफ कर चुके हैं कि मेरे परिवार के किसी भी सदस्‍य के हित उन कंपनियों से नहीं जुड़े हैं, जिनको निशाना बनाया जा रहा है।”

ईडी ने अगस्त महीने में उनकी कंपनी के 2 सीनियर अफसरों को समन भी जारी किया था। पिछले एक साल से इस घोटाले की जांच ED कर रहा है। पिछले साल दिसंबर में ED ने एयरसेल-मेक्सिस केस में पूर्व टेलिकॉम मिनिस्टर दयानिधि मारन और उनके भाई कलानिधि मारन से भी पूछताछ की थी। आपको बता दें कि पी चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस डील में अपने बेटे कार्ति चिदंबरम की भूमिका से इनकार कर चुके हैं।