Firing Greater Kailash: दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में ताबड़तोड़ फायरिंग का मामला सामने आया है। जिसमें एक जिस संचालक की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस पूरे हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, गुरुवार रात दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में कुछ हमलावरों ने एक जिम मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान नादिर शाह के रूप में हुई है।

दिल्ली पुलिस ने कहा, “उसे उसके दोस्तों द्वारा तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है और आगे की जांच जारी है।”

डीसीपी (दक्षिण) अंकित चौहान ने कहा कि रात करीब 10:45 बजे हमें गोलीबारी की घटना के बारे में पीसीआर कॉल मिली। हमें जीके (ग्रेटर कैलाश) के ई-ब्लॉक में गोलीबारी की घटना के बारे में जानकारी मिली। उसकी पहचान नादिर शाह के रूप में हुई है और वह साझेदारी में जिम चलाता है। करीब 7-8 राउंड गोलियां चलाई गईं।”

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें नादिर शाह की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के करीबी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने ली है। रोहित गोदारा नाम से एक पोस्ट लिखी गई है, जिसमें लिखा है कि जो दिल्ली में नादिर का मर्डर हुआ है वो हमने कराया है.जो हमारे भाई तिहाड़ में हैं, बाबा भाई का मैसेज आया था कि हमारे दुश्मनों से मिलकर हमारे धंधों में रोड़ा बन रहा है, इसलिए हमने मरवा दिया, जो भी हमारे दुश्मन का साथ देगा उसका यही हाल होगा। हालांकि इस सोशल मीडिया पोस्ट की जनसत्ता.कॉम कोई पुष्टि नहीं करता है।

कौन है नादिर?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नादिर के पिता अफगानी मूल के थे, जबकि मां भारतीय मूल की थीं। नादिर भारत में ही पैदा हुआ था। जब नादिर बहुत छोटा था तब उसकी मां एक ड्रग्स के मामले में जेल गई थीं। नादिर के पिता की कोरोना में मौत हो गई थी।

बॉडी बिल्डिंग और सट्टेबाजी का शौकीन

NDTV में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नादिर को बॉडी बिल्डिंग और सट्टेबाजी का शौक था। वो ऑनलाइन सट्टा खेलता था। धीरे-धीरे उसके पास पैसे आने लगे ,फिर उसने पैसा ब्याज पर भी देना शुरू कर दिया। दुबई में उसके होटल खोला और दिल्ली के पॉश इलाके जीके-1 में जिम खोला। सट्टे के चलते उसकी दोस्ती बदमाशों और पुलिसवालों से हुई। दिल्ली पुलिस के अलग-अलग यूनिटों के कई अफसर उसके दोस्त थे। यहां तक की जब उसका मर्डर हुआ तब एक यूनिट के पुलिसकर्मी उसके जिम में बैठे हुए थे।