वकील और आप नेता प्रशांत भूषण ने दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा से कहा कि पद का दुरुपयोग करने और कथित तौर पर 2जी और कोयला घोटालों में कुछ आरोपियों को बचाने के मामले में सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। भूषण ने भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को लिखे पत्र में कहा कि सिन्हा के खिलाफ पर्याप्त सबूत सामने आये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अब सबूत सामने आये हैं कि सिन्हा ने जानबूझकर सीबीआई निदेशक के तौर पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कुछ प्रभावशाली लोगों को 2जी घोटाले और कोयला घोटाले में अभियोजन से बचने की कोशिश की।’’
भूषण ने अपनी शिकायत में कहा, ‘‘यह भी प्रकाश में आया है कि सिन्हा जहां कुछ लोगों को मुकदमे से बचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे वहीं वह सीबीआई की जांच वाले महत्वपूर्ण मामलों में आरोपियों-प्रभावशाली आरोपियों (या उनके प्रतिनिधियों-वकीलों) से बार बार अपने आवास पर अन्य सीबीआई अधिकारियों की गैर-मौजूदगी में मिल रहे थे।’’
हालांकि सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि यह शिकायत एजेंसी की छवि को खराब करने की कोशिश है क्योंकि शिकायती द्वारा उठाये गये सभी बिंदु उच्चतम न्यायालय में उठाये जा चुके हैं जिसने मामले में फैसला सुनाया है।
भूषण का आरोप है कि सीबीआई प्रमुख ने रिश्वतखोरी के अनेक अपराध किये जो पूरी तरह जांच से साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पूरी तरह और निष्पक्ष जांच कराई जाए।’’