Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कार में बैठ सभी लोगों के लिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है और इस पर अगले 2-3 दिन के अंदर नोटिफिकशन भी जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो सीट बेल्ट के नियम का पालन नहीं करेगा उस पर जुर्माने का भी प्रावधान होगा।

मुंबई के पास रविवार को एक रोड एक्सीडेंट में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री की मौत के बाद कार में पीछे बैठने वालों के लिए सीट बेल्ट की अनिवार्यता को लेकर बहस छिड़ गई है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कार में पीछे बैठे लोगों पर सीट बेल्ट नहीं पहनने पर जल्द ही जुर्माना लगाया जाएगा।

नितिन गडकरी ने एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में कहा कि पहले से ही पिछली सीट पर बेल्ट पहनना अनिवार्य है, लेकिन लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। अगर पीछे की सीट के लोग बेल्ट नहीं पहनते हैं तो एक सायरन होगा। और फिर भी वो बेल्ट नहीं पहनते हैं तो उन पर जुर्माना लगेगा।

उन्होंने कहा कि जुर्माना लेना मकसद नहीं है, बल्कि लोगों में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि 2024 तक सड़क हादसों में 50 फीसदी कमी लाने का लक्ष्य है। मंत्री ने कहा कि सभी हाईवे पर कैमरे लगे हैं, तो अगर कोई सीट बेल्ट नहीं लगाता है तो उन्हें कैमरों के जरिए आसानी से पकड़ा जा सकता है। वहीं, पिछली सीट में एयरबैग की लागत को लेकर उन्होंने कहा कि 1 एयरबैग की लागत 1,000 रुपए है, तो 6 एयरबैग की कीमत 6,000 रुपए होती है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लागत महत्वपूर्ण नहीं है, लोगों का जीवन महत्वपूर्ण है।

नियमों के अनुसार, भारत में फ्रंट पैसेंजर और ड्राइवर के लिए एयरबैग अनिवार्य हैं। गडकरी ने साइरस मिस्त्री की मृत्यु पर कहा, “मुझे वास्तव में बहुत दुख है और मुझे बुरा लग रहा है। हमें इससे सबक लेना चाहिए और इससे सीखना चाहिए।”

राजमार्ग पुलिस द्वारा आज जारी आंकड़ों से पता चला है कि महाराष्ट्र में 5 साल से भी कम समय में सड़क हादसों में 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 80,000 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं – 2020’ शीर्षक वाली रिपोर्ट के अनुसार, 11 प्रतिशत से अधिक मौतें और चोटें सीट बेल्ट का उपयोग न करने के कारण हुई हैं, जबकि 30.1 प्रतिशत मौतें और 26 प्रतिशत घायल होने का कारण हेलमेट का इस्तेमाल नहीं करना है।