Social Media: एक ट्वीट को लेकर फिल्ममेकर मनीष मुंद्रा और पत्रकार मृणाल पांडे सोशल मीडिया पर बहस देखने को मिली। दरअसल मनीष ने अपने एक ट्वीट में अपनी फिल्म सिया का एक पोस्टर शेयर किया। इस दौरान उन्होंने कैप्शन में ‘चूंकि’ की जगह ‘चुकी’ लिख दिया। इसपर पत्रकार मृणाल पांडे ने कहा कि आप हिंदी फिल्म बनाते हैं, फिर भी इस तरह की गलती करते हैं।

क्या लिखा था मनीष मुंद्रा ने?:

फिल्ममेकर मनीष मुंद्रा ने लिखा, “चुकी(चूंकि) हम सच्ची / ज़मीन से जुड़ी “छोटी” फ़िल्में बनाते हैं और हमारी फ़िल्म में ग्लैमर व सिलेब्रिटी सितारे नहीं होते हैं तो ज़्यादा लोग हमारी फ़िल्मों को बढ़ावा नहीं देते।” इसपर लेखक और पत्रकार मृणाल पांडे ने लिखा कि आप हिंदी फ़िल्में बनाते हैं, पर चूंकि को चुकी लिखते हैं?

बता दें कि मृणाल पांडे ने भले ही मनीष मुंद्रा के ट्वीट में गलती खोज ली हो लेकिन मनीष ने अपने ट्वीट करने के कुछ मिनट बाद ही रिप्लाई में ‘चूंकि’ लिखकर मेंशन कर दिया था। वहीं मृणाल पांडे ने इसके बाद मनीष मुंद्रा की गलती को रिट्वीट करके बताया। इसके बाद मनीष ने लिखा, “फ़िल्म बनाता हूं, इसका मतलब ये नहीं कि मैं ग़लतियां नहीं कर सकता। जैसे ही गलती नज़र आयी नीचे सुधार दिया। जय हो।”

बता दें कि इसपर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। दीपिका नाम की एक यूजर ने लिखा, “आप जर्नलिस्ट हैं और लिखने से पहले पूरी रिसर्च भी नहीं करती? आपकी ट्वीट से 4 मिनट पहले वो सही शब्द लिख चुके थे। कराली बेइज्ज़ती?” इसपर मृणाल पांडे ने लिखा कि भाषा सुधारना बेइज्ज़ती कराना हो तो मंज़ूर है।

मनीता सिंह ने लिखा, “चलिए इसी बहाने मैम का ध्यान तो आया इस फिल्म की तरफ और अब इस फिल्म को सुपरहिट होने से कोई नहीं रोक सकता है।” पत्रकार राहुल पंडिता ने लिखा, “अगर ये गलती भी आपसे हुई हो, इसका मतलब यह नहीं है कि आप फ़िल्म ही नहीं बना सकते। यह बेतुका घमंड और जगह जगह हेडमास्टर की तरह ग़लतियां निकालना, इतनी वरिष्ठ पत्रकार को शोभा नहीं देता।” वहीं पत्रकार प्रभात उपाध्याय ने लिखा कि इनका खाली समय का प्रिय शगल है। नज़रंदाज़ करना ही उचित है।