किसान आंदोलन के बीच मोदी सरकार ने गन्ना की कीमत बढ़ा दी है। ऐलान किया गया है कि गन्ना की कीमतों में आठ फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। जो गन्ना अभी 315 रुपये प्रति क्विंटल में मिल रहा था, अब उसका रेट 340 रुपये प्रति क्विंट कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विस्तार से सरकार के इस ऐलान के बारे में बताया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि चीनी मिलों द्वारा किसानों को गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए आगामी गन्ना सीजन के लिए 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 की अवधि में मूल्य निर्धारित करने का निर्णय लिया गया है… वर्ष 2024-25 के लिए मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल तय करने का निर्णय लिया गया है, जो पिछले वर्ष 315 रुपये था, जो इस वर्ष बढ़कर 340 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि दूसरा निर्णय है कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत एक उप-योजना जो पशुपालन और डेयरी मंत्रालय से जुड़ा है…इसमें एक बड़ा बदलाव लाने के लिए, हमारे भारवाही पशु जैसे ऊंट, घोड़ा, गधा, खच्चर की संख्या घट रही हैं। इसलिए पशुधन और मुर्गीपालन के उ्त्पादन में सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन चलाया जा रहा है।
अब सरकार की तरफ से ये बड़ा ऐलान उस समय हुआ है जब किसान सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी तरफ से एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग की जा रही है। इसके अलावा किसानों की मांग और भी कई सारी हैं, जिसमें पेंशन से लेकर कर्ज माफी तक शामिल है। अभी के लिए किसान सरकार के किसी भी प्रस्ताव को मानने को तैयार नहीं है, हर कीमत पर उन्हें सिर्फ एमसपी पर कानूनी गारंटी चाहिए। इसके ऊपर किसान तो सरकार पर अध्यादेश लाने का दबाव भी बना रहे हैं।