पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान अभी जमा हैं। किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी दिए जाने के साथ कुछ और भी मांगों पर अड़े हैं। पिछले दिनों किसानों के दिल्ली चलो मार्च के दौरान एक नौजवान की मौत हो गई थी।

किसानों ने आरोप लगाया था कि उसकी जान पुलिस की गोली से गई। अब किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि कि मृतक नौजवान शुभकरण सिंह की मौत के मामले में आईपीसी की धारा 302 और 114 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि– आज हम मृतक शुभकरण सिंह के शव को खनौरी बॉर्डर पर ले जाएंगे और अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा।

क्या है ताजा जानकारी?

पंजाब पुलिस ने शुभकरण सिंह (21) की मौत पर एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। इस बीच शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए अमृतसर में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों द्वारा मोमबत्ती जलाकर जुलूस निकाला गया।

एफआईआर दर्ज होने से किसानों और पंजाब सरकार के बीच गतिरोध खत्म माना जा रहा है और शव के पोस्टमार्टम का रास्ता साफ हो गया है। किसान नेता इस बात पर अड़े थे कि पोस्टमार्टम की इजाजत देने से पहले एफआईआर दर्ज की जाए। शुभकरण सिंह का शव पटियाला के राजिंदरा अस्पताल के शवगृह में रखा गया है और आज उनका अंतिम संस्कार किए जाने की संभावना है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस मामले में जानकारी दी है।

इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुभकरण सिंह की बहन को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। इस बीच हरियाणा पुलिस उन लोगों के पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की मांग कर रही है, जो किसान आंदोलन के दौरान हिंसा में शामिल रहे हैं।