फर्जी टीआरपी विवाद में मुंबई पुलिस रिपब्लिक चैनल के अर्नब गोस्वामी से पूछताछ कर सकती है। हालांकि रिपब्लिक टीवी ने कुछ भी गलत करने से इंकार किया है। इसी मुद्दे पर हुए एक डिबेट कार्यक्रम में अर्नब गोस्वामी ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें नोटिस जारी कर 10 मिनट में विधानसभा स्पीकर के सामने हाजिर होने को कहा गया। अर्नब ने बताया कि यह नोटिस उन्हें विशेषाधिकार हनन मामले में भेजा गया है लेकिन यह मामला पहले से ही कोर्ट में है।

डिबेट में अर्नब ने 10 मिनट में विधानसभा स्पीकर के सामने पेश होने के नोटिस पर सवाल उठाए। डिबेट में शिवसेना नेता किशोर तिवारी बतौर पैनलिस्ट मौजूद थे। डिबेट के दौरान किशोर तिवारी ने अर्नब गोस्वामी से कहा कि आपको जेल जाना ही पड़ेगा। किशोर तिवारी के बार-बार ये बात कहने पर अर्नब गोस्वामी ने मजाकिया लहजे में कहा कि ‘मैं तो डर गया, मैं तो हिल रहा हूं।’

किशोर तिवारी ने अर्नब गोस्वमी पर विधान भवन का अपमान करने का आरोप लगाया। इस पर अर्नब ने इन आरोपों से इंकार किया और कहा कि उन्होंने विधान भवन के बारे में कुछ नहीं कहा बल्कि उन्होंने तो उद्धव ठाकरे के बारे में बोला है। किशोर तिवारी ने अर्नब गोस्वामी से माफी मांगने की मांग की।

इस पर अर्नब गोस्वामी ने माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि क्या कर लोगे? अर्नब गोस्वामी ने माफी नहीं मांगने की बात कई बार कही। किशोर तिवारी ने भड़कते हुए अर्नब गोस्वामी से कहा कि आपकी औकात बताना देश का कर्तव्य है।

किशोर तिवारी के इस बयान से अर्नब गोस्वामी नाराज हो गए और उन्होंने किशोर तिवारी को लगभग डांटते हुए कहा कि ‘ऐ किशोर, औकात की बात मत करना। आप बुजुर्ग हो इसलिए ज्यादा नहीं बोल रहा हूं।’

बता दें कि फर्जी टीआरपी घोटाला सामने आने के बाद अब ब्रॉडकास्ट रिसर्च काउंसिल ने सभी भाषाओं के समाचार चैनल्स की साप्ताहिक रेटिंग्स जारी करने पर फिलहाल रोक लगा दी है। एक अधिकारी के बयान के अनुसार, सांख्यिकीय मजबूती में सुधार लाने के लिए काउंसिल का मकसद मापन के वर्तमान मानकों की समीक्षा करना और उनमें सुधार करना है। इस कवायद में 8-12 हफ्तों तक साप्ताहिक रेटिंग पर रोक लगी रहेगी।