उत्‍तरी सिक्किम बॉर्डर पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच आमना-सामना हुआ है और इस दौरान दोनों के बीच हाथापाई होने की बात कही जा रही है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक भारतीय सेना के सूत्रों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई है। नाकू ला सेक्‍टर में पेट्रोलिंग के दौरान दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई जिसके बाद सैनिकों के बीच आक्रामक व्यवहार देखने को मिला। इस झड़प में कुछ जवानों को मामूली चोटें आई हैं। हालांकि स्‍थानीय स्‍तर पर मामले को सुलझा लिया गया है।

नाकू ला सेक्‍टर सड़क मार्ग से नहीं जुड़ा है। इस इलाके में केवल हेलीकॉप्‍टर से ही जाया जा सकता है और यह सेक्‍टर मुगुथांग के आगे है। परंपरागत तौर पर नाकू ला एरिया को शांत माना जाता रहा है और इससे पहले दोनों देशों के सेनाओं के बीच इस इलाके में इस तरह कि घटना नहीं देखी गई। सूत्रों के अनुसार, सीमा विवाद को देखते हुए इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। स्‍थापित प्रोटोकॉल के अनुसार, इनका निपटारा कर लिया जाता है। हालांकि दोनों पक्षों के बीच इस तरह की घटना काफी समय के बाद हुई है।

यह पहली बार नहीं है, जब भारतीय और चीनी सैनिकों में सीमा पर इस तरह का टकराव हुआ है। लद्दाख में पैंगॉन्ग झील के पास भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक दूसरे पर पत्थर फेंके थे। इसके अलावा 2017 में ही डोकलाम सेक्टर में भारत और चीन की सेनाओं के बीच 73 दिनों तक गतिरोध चला था। चीनी सेना ने इस इलाके में सड़क निर्माण शुरू कर दिया था। जिसके बाद भूटान की तरफ मदद का हाथ बढ़ाते हुए भारतीय सेना डोकलाम तक पहुंच गई थी और उसने सड़क निर्माण कार्य रोक दिया था। इसके बाद 73 दिनों तक दोनों देशों की सेनाएं उसी स्थिति में तैनात रहीं थीं।

उस समय भारतीय सेना ने इस इलाके से चीनी सेना को कदम पीछे खींचने के लिए मजबूर कर दिया था। राजनयिक बातचीत के बाद अगस्त में गतिरोध समाप्त हो गया था। बता दें डोकलाम एक विवादित भूभाग है जिसपर चीन और भूटान दोनों ही अपना दावा ठोंकते हैं। भारत मानता है कि वह भूखंड भूटान का है। इसके साथ ही यह इलाका भारतीय मुख्य भू-भाग को नॉर्थ ईस्ट से जोड़ने वाले चिकन नेक के बेहद करीब है इसलिये यह सामरिक दृष्टि से भी भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।